Type Here to Get Search Results !

कुपोषण मुक्त करने को गोद लिये गये ग्राम सिसौआ का जिलाधिकारी ने किया भ्रमण

चैपाल लगाकर लोगों को किया जागृत 
अति कुपोषित तीन बच्चों का पोषण व पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराकर इलाज कराने के दिये निर्देश 

रेलिक रिपोर्टर, शाहजहांपुर। 

जिलाधिकारी श्रीमती शुभ्रा सक्सेना ने ब्लाक भावलखेड़ा अंतर्गत गोद लिये ग्राम सिसौआ का स्थलीय भ्रमण कर चैपाल लगाई और ग्राम के पुरूषों ,महिलाओं से मुखातिब होते हुये कुपोषण के विषय में विस्तार से वार्ता की और एक.एक अति कुपोशित बच्चों के अभिभावकों से जानकारी करते हुये उन्हें बच्चों के संतुलित आहार व इलाज के विषय में अवगत कराया। बच्चों के नाप व तौल में पूरे गांव में कुल 164 बच्चे कुपोषित एवं 31 बच्चे अति कुपोषित पाये गये। अति कुपोषित 3 बच्चों निलोफर,सुरजीत व रिंकी को पोषण व पुनर्वास केन्द्र जिला चिकित्सालय में भर्ती कराकर इलाज कराने हेतु प्रभारी चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये।

कुपोषण मुक्त करने को गोद लिये गये ग्राम सिसौआ का जिलाधिकारी ने किया भ्रमण
उक्त अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों को मजबूत बनाना है तो पहले घर की सफाई आस.पास की सफाई स्वयं की सफाई बच्चों की सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा। बच्चों के शरीर व कपड़ों एवं खाने के लिये दी जाने वाली खाद्य सामग्री की सफाई पर ध्यान दें और शौचालय बनवा कर उसका प्रयोग करें । जिलाधिकारी ने कहा कि यह बड़े खेद का विषय है कि लोगों के पास नशा करने के लिये एवं मोबाइल रख कर उसमें पैसा खर्च करने के लिये पैसा होता है लेकिन अपने व परिवार के स्वास्थय के फायदे वाली चीजों पर ब्यय करने के लिये पैसा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि हर बस्तु में सरकारी सहायता सम्भव नहीं होती। पुरूषों को चाहिये कि वह अपने बच्चों एवं पत्नियों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें ।

जिलाधिकारी ने आंगनवाड़ी केन्द्र पर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को दिये जाने वाले पुष्टाहार व टीकाकरण विटामिन्स की दवाओं के वितरण के विषय में जानकारी की। गांव वालों ने बताया कि उन्हें पुष्टाहार मिलता है और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण व दवाओं का वितरण भी हो रहा है। चैपाल के दौरान जिलाधिकारी ने गांव में पाये गये 31 अति कुपोषित बच्चों के अभिभावकों से एक.एक कर जानकारी की तो ज्यादातर महिलाओं ने यह कहा कि बच्चा बीमार रहता है इसलिये कमजोर हो गया है । जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों की इन माताओं को यह सोंचना चाहिये कि आखिर बच्चा बीमार क्यों हुआ। बच्चा जब कमजोर होगा तो बीमारियां स्वतः ही घेरना आरम्भ कर देती हैं।इसलिये जरूरी है कि बच्चे को सही पोषाहार दें छः माह तक अपना दूध पिलायें और छः माह बाद प्रोटीन युक्त भोजन दें। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान श्री मजीद से कहा कि जिन लोगों के यहां खाने की कमी हो व दूध न हो तो उन्हें देते हुये कल्याणकारी कार्य करें ।

उक्त अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा.उमेश सिंह यादव,जिला पंचायत राज अधिकारी,जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट,जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित गांव की जनता व कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.