रेलिक रिपोर्टर,विदिशा.
जिले के अस्थिबाधित निःशक्तजनों के लिए 26 एवं 27 फरवरी को जिला चिकित्सालय में सर्जरी केम्प का आयोजन किया गया है। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने सर्जरी केम्प के पहले जनपद एवं निकायों में परीक्षण शिविर आयोजित करने के निर्देश संबंधितों को दिए है के तारतम्य में परीक्षण शिविरांे का आयोजन जारी है। आपरेशन चिन्हांकन हेतु शिविरों का आयोजन संबंधित जनपद पंचायत परिसर मंें नियत तिथि को प्रातः 11 बजे से प्रारंभ होगा।
जनपद पंचायत नटेरन एवं नगर परिषद शमशाबाद में 11 फरवरी को, नगर पंचायत एवं नगर परिषद कुरवाई में 13 को, जनपद पंचायत ग्यारसपुर में 18 को, जनपद पंचायत एवं नगरपालिका विदिशा मंे 19 को और जनपद पंचायत एवं नगरपालिका परिषद बासौदा में 20 फरवरी को परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया है।
दायित्व
कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने अस्थिबाधित निःशक्तजनों के परीक्षण शिविर के संबंध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दायित्व सौंपे है तदानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन सह अधीक्षक को आपरेशन करने हेतु अस्थिबाधित निःशक्तजनों को चिन्हित करने हेतु डाक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने, जिला शिक्षा अधिकारी एवं परियोजना समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान को ऐसे अस्थिबाधित निःशक्त छात्र-छात्राएं जो शासकीय, अशासकीय संस्थाआंे में अध्ययनरत है एवं उनकी सर्जरी की आवश्यकता है को अनिवार्य रूप से आपरेशन हेतु चिन्हित कराने के लिए संबंधित विद्यालय के शिक्षकों को जबावदंेही सौंपने के निर्देश दिए गए है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को भी इसी प्रकार के निर्देश दिए गए है जिसमें कहा गया है कि ऐसे अस्थिबाधित निःशक्त बालक, बालिकाएं जो आंगनबाडी केन्द्रों में आती है उनका परीक्षण कराया जाना सुनिश्चित करें। जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा गया है कि वे ग्राम पंचायत के सचिवों के माध्यम से निर्धारित दिनांक एवं समय पर ग्राम पंचायतों के ऐसे अस्थिबाधित निःशक्तजन जो 25 वर्ष से कम आयु के है को परीक्षण शिविर में अनिवार्य रूप से उपस्थित कराना सुनिश्चित करें साथ ही साथ समस्त ग्राम पंचायतों में शिविर आयोजन की तिथि एवं समय का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए एवं कोटवारों के माध्यम से मुनादी कार्य किया जाए। इसी प्रकार के निर्देश नगरपालिका अधिकारियों को दिए गए है वही समस्त ब्लाक मेडीकल आफीसरो से कहा गया है कि वे खण्ड चिकित्सालय में आने वाले मरीजो में यदि 25 वर्ष तक की आयु के केवल अस्थिबाधित निःशक्जन आते है तो उन्हें ओपीडी पर्ची पर चिन्हित कर नियत दिनांक को जिला चिकित्सालय में भिजवाना सुनिश्चित करें।
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को भी इसी प्रकार के निर्देश दिए गए है जिसमें कहा गया है कि ऐसे अस्थिबाधित निःशक्त बालक, बालिकाएं जो आंगनबाडी केन्द्रों में आती है उनका परीक्षण कराया जाना सुनिश्चित करें। जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा गया है कि वे ग्राम पंचायत के सचिवों के माध्यम से निर्धारित दिनांक एवं समय पर ग्राम पंचायतों के ऐसे अस्थिबाधित निःशक्तजन जो 25 वर्ष से कम आयु के है को परीक्षण शिविर में अनिवार्य रूप से उपस्थित कराना सुनिश्चित करें साथ ही साथ समस्त ग्राम पंचायतों में शिविर आयोजन की तिथि एवं समय का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए एवं कोटवारों के माध्यम से मुनादी कार्य किया जाए। इसी प्रकार के निर्देश नगरपालिका अधिकारियों को दिए गए है वही समस्त ब्लाक मेडीकल आफीसरो से कहा गया है कि वे खण्ड चिकित्सालय में आने वाले मरीजो में यदि 25 वर्ष तक की आयु के केवल अस्थिबाधित निःशक्जन आते है तो उन्हें ओपीडी पर्ची पर चिन्हित कर नियत दिनांक को जिला चिकित्सालय में भिजवाना सुनिश्चित करें।