रेलिक रिपोर्टर, भोपाल.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने नगरीय निकाय चुनावों में उनकी उपेक्षा प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव द्वारा किए जाने और पैसे लेकर टिकट बांटने के आरोप लगाते हुए अपनी भड़ास प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश के सामने निकाली। कुछ नेताओं ने तो मोहन प्रकाश को भी नहीं छोड़ा। वैसे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी प्रभारी महासचिवों को निर्देश दिए थे कि वह जिले और ब्लाक कमेटियों में जाकर कार्यकर्ताओं का मूड भांपे और उनके सुझावों को प्राप्त कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें, जिससे कांग्रेस संगठन में कार्यकर्ताओं की मंशा के अनुरूप संशोधन किया जा सके, मगर मोहन प्रकाश ने फील्ड में न जाकर पीसीसी में बैठकर ही यह रिपोर्ट बनाई। आरोपों की भरमार के बाद मीडिया से मोहन प्रकाश बचते रहे।
निकाय चुनावों में पैसे लेकर टिकट बांटने के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर लगे आरोप
प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश के सामने कांग्रसी दिग्गजों ने निकाली हार की भड़ास
पीसीसी में दो दिन से कांग्रेस के प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश के समक्ष पार्टी की बिगड़ती स्थिति, गुटबाजी, लोकसभा, विधानसभा तथा नगरीय निकाय चुनावों में मिली करारी हार के कारणों पर वरिष्ठ नेताओं से सुझाव लिए जा रहे हैं। पहले दिन ही विधायक आरिफ अकील तथा पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव पर आरोप लगाए थे, दूसरे दिन केवल सुझाव लेने का काम चला, लेकिन तीसरे दिन फिर नेताओं ने जमकर अपनी भड़ास निकाली। पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने आरोप लगाया कि पार्टी की हार के कई कारण है, इनमें एसटी, एससी तथा अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों की उपेक्षा करना, उनके बीच संवाद कायम न करना, कांग्रेस ने इन वर्गो के लोगों को उचित स्थान नहीं दिया। साथ ही इन वर्गो की निकाय चुनावों में भी टिकट देने में उपेक्षा की गई। सूत्रों ने बताया कि गुड्डू ने तो मोहन प्रकाश के समक्ष अरुण यादव पर पैसे लेकर टिकट तक बांटने तक के आरोप लगाए हैं? उन्होंने कहा कि पार्टी ने किस नौसिखिया को अध्यक्ष बना दिया है। यदि पार्टी की यहीं स्थिति रही तो आने वाले समय में पूरी पार्टी डूब जाएगी। मीडिया से चर्चा के दौरान एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रभारी महासचिवों को फील्ड में जाकर जिला और ब्लाक अध्यक्षों की बैठक लेकर सुझाव लेने के निर्देश दिए थे, लेकिन समय की कमी के कारण मोहन प्रकाश को भोपाल में बैठक लेनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी और संगठन को मजबूत करने के लिए यह विचार-मंथन चल रहा है।
जबलपुर में टिकट का मुद्दा भी उठा
ननि चुनाव जबलपुर में हुए टिकट वितरण को लेकर भी कांग्रेस विधायक और अन्य पदाधिकारियों ने आपत्ति दर्ज कराई। उनका आरोप था कि 79 वार्डो में से कांग्रेस के 29 पार्षद और 3 बागी जीते हैं, यदि टिकट वितरण सही तरीके से होता, तो जबलपुर में कांग्रेस की परिषद बनती, लेकिन इसके लिए पीसीसी अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी जिम्मेदार है।
हवाला के जरिए पहुंचे टिकटों के बदले पैसे
विधायक डा. गोविंद सिंह ने बैठक में आरोप लगाया है कि पैसे लेकर टिकट बांटे गए हैं, लोकसभा चुनाव में पार्टी द्वारा प्रत्याशियों को चुनाव खर्च के लिए भेजी गई राशि हवाला के माध्यम से बीच में ही कुछ नेताओं ने हड़प ली। उन्होंने स्थापित नेताओं की उपेक्षा करने, उनके सुझावों पर ध्यान नहीं देने। सिंबल देते समय चीन्ह-चीन्ह कर लोगों को ओबलाइज किया गया है। इसी तरह के आरोप पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष अर्चना जायसवाल तथा युवक कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने भी लगाए। चौधरी ने कहा कि टिकट वितरण में युवाओं की जमकर उपेक्षा की गई है।
मीनाक्षी ने किया हमेशा नाम काटने का काम
संयुक्त बैठक के दौरान पूर्व मंत्री एवं विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा ने आरोप लगाया कि वह मंदसौर जिले में पिछले 20 साल से विधायक रहे हैं, लेकिन तत्कालीन सांसद मीनाक्षी नटराजन ने अपने समर्थकों को टिकट दिलाए और उन्हें हमेशा काटने का कार्य किया। क्या इससे पार्टी की स्थिति सुधरेगी। उधर अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमेन मो. सलीम ने बैठक में आरोप लगाया कि निकाय चुनाव टिकट वितरण में मोर्चा संगठनों की उपेक्षा की गई, जिन्होंने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों का विरोध किया, उनके विरुद्ध आज तक कोई कार्रवाई नहीं की हुई। उनके विरुद्ध पार्टी क्या कार्रवाई करेगी?
हवाला से पैसे लेकर बांटे गए कांग्रेस में टिकट
फ़रवरी 14, 2015
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