भारत संचार निगम के रतनपुरा परिसर में रखे लाखों-करोडो के सामान पर चोरों की निगाहे बनी रहती है। पूर्व में भी कई बार यहां चोरी की वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है। हाल ही में 5 दिनों के भीतर ही यहां चोरी का प्रयास किया जा चुका है, किंतु चोर सामान ले जाने में कामयाब नही हो पाये। विभागीय लापरवाही के चलते चोरों के हौंसले बुलंद होते जा रहे है।
सुरक्षा गार्ड कक्ष पर लगा रहता है हमेशा ताला |
बताया जाता है कि हाल में चोरों ने स्टोर कक्ष का ताला भी चटका दिया था किंतु संयोग से वहां के कर्मचारी के आ जाने से चोरों को वही के कर्मचारियों ने पकड कर छोड दिया था। किंतु दुसरे दिन पुन: चोरो ने प्रयास किया और वहां के कर्मचारियों से मारपीट करके भागने में सफ ल हो गया। इस बारे में मीडिया को पता चला तो विभागीय अधिकारियों से पुछताछ करने पर उन्होने पुलिस के सुपुर्द करने की बात कही किंतु जब इस बारे में पुलिस से संपर्क किया गया तो पुलिस थाने में इन दोनों घटनाओं की कोई रिपोर्ट ही दर्ज नहीं हुई और ना ही आरोपियों को पुलिस को सुपुर्द करने की पुष्टि हो सकी।
परिसर में फैले पडे ओएफ सी केबल्स |
बीएसएनएल रतनपुरा कार्यालय के मेनगेट पर सुबह आठ बजे से रात्री 10 बजे तक सिक्यूरिटी गार्ड की ड्युटी रहती है, किंतु आम तौर पर कभी भी इस समय गेट पर कोई भी सुरक्षाकर्मी तैनात नही रहता है। ऐसे में कोई भी आसानी से अंदर दाखिल हो सकता है। बीएसएनएल परिसर में ओएफ सी केबल के 100 से 150 रोल बंडल पडेÞ हैं, जिनकी कीमत लाखों में है। कई महत्वपूर्ण सामान जैसे जनरेटर, एयर कंडिशनर, कापर वायर खुले में ही रखे हुए है, जिन पर बदमाशों की हमेशा निगाहे बनी रहती है।
लावारिस हालत में परिसर में पडा सामान |
कीमती सामान एवं कार्यालय की सुरक्षा के लिये तैनात सिक्यूरिटी गार्ड जिन्हें प्रतिमाह हजारों का वेतन मिल रहा है, वे अपनी ड्युटी के प्रति पूरी तरह लापरवाह बने हुए है तथा मुफ्त में वेतन ले रहे है। चूंकि ये कर्मचारी बरसों से जमें हुए है इसलिये उन्हें अब किसी प्रकार का भय भी नही है। यदि यही हालात रहे तो विभाग की लापरवाही एवं सुरक्षाकर्मियों की निष्क्रियता के चलते भविष्य में कोई बडी वारदात होने से इंकार नही किया जा सकता है।
लाखों के सामान पर बदमाशों की निगाहें |
पूर्व में करीब दो साल पूर्व इसी परिसर में रहने वाले कर्मचारियों के तीन दुपहिया वाहनों की चोरी हो चुकी है, वही करीब एक क्विंटल कॉपर की भी चोरी हो चुकी है, वही एक जनरेटर का डायनामो भी चोरी हो चुका है। इसके बाद भी विभाग की ओर से इसे नजर अंदाज किया जाता है। इस बार भी 5 दिन पूर्व जो चोरी के प्रयास हुए, उसकी भी पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नही करना कई सवालियां निशान खडे कर रहा है।