सचिव युवा कार्यक्रम विभाग भारत सरकार राजीव गुप्ता ने विकास विभाग सभाकक्ष में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक लेते हुये वर्ष 1980 से 2015 के मध्य हुए विकास एवं प्रगति तथा जनपद में हुए औद्योगिक विकास व अन्य नई स्थानीय समस्याओं के सम्बन्ध में जानकारी की।
वर्ष 1980 से 2015 तक के विकास कार्यों की समीक्षा की
बैठक में सचिव श्री राजीव गुप्ता ने कहा कि यहां के शहर में ज्यादा परिवर्तन तो नही हुआ है किन्तु यहां का परिवेश बदला है। उन्हांेने पाया कि 1980 में जिले की जनसंख्या 12 लाख थी और अब 30 लाख हो गयी है। एक ब्लाक बढ़ा है शहरीकरण बढ़ रहा है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली राशन की दुकाने बढ़ी है। ग्राम पंचायत बढ़ी हैए टेलीफोन भी बढ़े हैए कृषि योग्य भूमि बढ़ी है और उत्पादकता भी बढ़ी है। गेहूंए धान का एरिया बढ़ा है। बाजरा मक्का तिलहम व दलहन का उत्पादन कम हुआ है। हरित क्रांति के बाद उन्नतशील बीजोंए रसायनिक खादो के अधिक प्रयोग से कृषि उत्पादन बढ़ा है किन्तु कीटनाशक दवाओं के छिड़काव से भूमि की उर्वश शक्ति कमजोर हो रही है। उन्होंने किस विभाग से देसी गोबर की खाद से उत्पादन बढ़ाने व कृषि क्षेत्र का रकवा देने हेतु निर्देश दिये। पशुधन के विषय में पाया कि 1980 में 5ण्60 लाख पशु थे आज 5ण्92 लाख पशु है। ग्रामों के विद्युतिकरण के विषय में पाया कि अभी कई मजरें विद्युतिकरण से आच्छादित नही है।
वन विभाग की जानकारी करते हुये सचिव श्री गुप्ता ने पाया कि पहले 12 हजार हेक्टअर वन एरिया था अब भी 12 हजार हे0 वन क्षेत्र है। पापुलर व युकलिपटिस के वृक्षारोपण के कारण से ट्री कवर बढ़ा है जो पहले 4ण्6 प्रतिशत था अब 8ण्6 प्रतिशत हो गया है। डीएफओ ने बताया कि बाइल्ड लाइफ एक्ट के अन्तर्गत आने पर पाइथनए जंगली शुअरए नीलगांयए बन्दरों की जनसंख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। पहले जिले में कोई सीएचसी नही थी अब 13 सीएचसी हो गयी है। 1980 में जिले में 1272 प्राथमिक व 300 उच्च प्राथमिक विद्यालय थे अब क्रमशः 2300 व 897 हो गये है। जिले में साक्षरता दर भी दोगुना से ज्यादा हुई है। उक्त बैठक में सचिव श्री गुप्ता ने पेयजल सिचाईए पंचायत आदि विभागों के कार्यो की भी जानकारी की।
उक्त बैठक में जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने सचिव भारत सरकार श्री गुप्ता जी के विषय में बताते हुये कहा कि आप 1980 में यहां ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट थे। भारत सरकार ने 1980 से अब तक के मध्य हुये विकास एवं निमार्ण कार्यो की प्रगति तथा जिले में हुये औद्योगिक विकास एवं सामाजिक आवश्यकताओं वह स्थानीय समस्याओं के सम्बन्ध में जानकारी कर भारत सरकार को अवगत कराने हेतु भेजा है। उन्होंने बताया कि 1980 के बाद से कई चरणों में जिलों विकास के कार्य हुये है। उन्होंने डा0 राम मनोहर लोहियाए समग्र ग्राम योजनान्तर्गत हो रहे कार्यो सहित जिले की अन्य विकास योजनाओं की प्रगति के विषय में अवगत कराया।
उक्त अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र बहादुर सिंहए अपर जिलाधिकारी प्रशासन एमएन उपाध्याय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा उमेश सिंह यादवए डीएफओंए अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीणए सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में सचिव श्री राजीव गुप्ता ने कहा कि यहां के शहर में ज्यादा परिवर्तन तो नही हुआ है किन्तु यहां का परिवेश बदला है। उन्हांेने पाया कि 1980 में जिले की जनसंख्या 12 लाख थी और अब 30 लाख हो गयी है। एक ब्लाक बढ़ा है शहरीकरण बढ़ रहा है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली राशन की दुकाने बढ़ी है। ग्राम पंचायत बढ़ी हैए टेलीफोन भी बढ़े हैए कृषि योग्य भूमि बढ़ी है और उत्पादकता भी बढ़ी है। गेहूंए धान का एरिया बढ़ा है। बाजरा मक्का तिलहम व दलहन का उत्पादन कम हुआ है। हरित क्रांति के बाद उन्नतशील बीजोंए रसायनिक खादो के अधिक प्रयोग से कृषि उत्पादन बढ़ा है किन्तु कीटनाशक दवाओं के छिड़काव से भूमि की उर्वश शक्ति कमजोर हो रही है। उन्होंने किस विभाग से देसी गोबर की खाद से उत्पादन बढ़ाने व कृषि क्षेत्र का रकवा देने हेतु निर्देश दिये। पशुधन के विषय में पाया कि 1980 में 5ण्60 लाख पशु थे आज 5ण्92 लाख पशु है। ग्रामों के विद्युतिकरण के विषय में पाया कि अभी कई मजरें विद्युतिकरण से आच्छादित नही है।
वन विभाग की जानकारी करते हुये सचिव श्री गुप्ता ने पाया कि पहले 12 हजार हेक्टअर वन एरिया था अब भी 12 हजार हे0 वन क्षेत्र है। पापुलर व युकलिपटिस के वृक्षारोपण के कारण से ट्री कवर बढ़ा है जो पहले 4ण्6 प्रतिशत था अब 8ण्6 प्रतिशत हो गया है। डीएफओ ने बताया कि बाइल्ड लाइफ एक्ट के अन्तर्गत आने पर पाइथनए जंगली शुअरए नीलगांयए बन्दरों की जनसंख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। पहले जिले में कोई सीएचसी नही थी अब 13 सीएचसी हो गयी है। 1980 में जिले में 1272 प्राथमिक व 300 उच्च प्राथमिक विद्यालय थे अब क्रमशः 2300 व 897 हो गये है। जिले में साक्षरता दर भी दोगुना से ज्यादा हुई है। उक्त बैठक में सचिव श्री गुप्ता ने पेयजल सिचाईए पंचायत आदि विभागों के कार्यो की भी जानकारी की।
उक्त बैठक में जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने सचिव भारत सरकार श्री गुप्ता जी के विषय में बताते हुये कहा कि आप 1980 में यहां ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट थे। भारत सरकार ने 1980 से अब तक के मध्य हुये विकास एवं निमार्ण कार्यो की प्रगति तथा जिले में हुये औद्योगिक विकास एवं सामाजिक आवश्यकताओं वह स्थानीय समस्याओं के सम्बन्ध में जानकारी कर भारत सरकार को अवगत कराने हेतु भेजा है। उन्होंने बताया कि 1980 के बाद से कई चरणों में जिलों विकास के कार्य हुये है। उन्होंने डा0 राम मनोहर लोहियाए समग्र ग्राम योजनान्तर्गत हो रहे कार्यो सहित जिले की अन्य विकास योजनाओं की प्रगति के विषय में अवगत कराया।
उक्त अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र बहादुर सिंहए अपर जिलाधिकारी प्रशासन एमएन उपाध्याय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा उमेश सिंह यादवए डीएफओंए अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीणए सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।