रेलिक रिपोर्टर, झाबुआ.
शासन
द्वारा महाविद्यालय/विश्वविद्यालय स्तर पर अध्ययन हेतु सेमेस्टर प्रणाली
लागू की है, जिसमें सैंद्धातिक अध्ययन के साथ-साथ रोजगारोंमुखी प्रशिक्षण
को भी महत्व दिया गया है। जिसके लिए उनके पाठयक्रम में रोजगारोन्मुखी
इंटरर्नशिप को भी अनिवार्य किया गया है।
शासन की मंशा है कि विद्यार्थी
स्थानीय औद्योगिक, व्यवसायिक आवश्यकताओं के अनुरूप स्वयं में कौशल वृद्धि
कर रोजगार प्राप्त कर सके। इस संबंध में रोजगार उपलब्ध करवाने वाले विभागों
के अधिकारियों द्वारा 26 फ रवरी को बैठक में विस्तृत चर्चा की गई। मार्च
माह में मेले का आयोजन किया जाएगा। विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी किस
प्रकार किया जा सकता है। इसके लिए बैठक कलेक्टर कार्यालय में आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर बी. चन्द्रशेखर ने निर्देश दिये कि स्थानीय व्यावसायिक
आवश्यकताओं के अनुरूप भी विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाये ताकि वे
रोजगार संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सके। रोजगारोन्मुखी विभागों के स्टाल
लगाकर विभागों की योजनाओं की जानकारी दी जाये एवं रोजगार चाहने वाले युवाओं
के चयन के लिए विभिन्न व्यावसायिक कंपनियों को आमंत्रित किया जाये। बैठक
में प्राचार्य महाविद्यालय अनिजवाल, वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. गीता दुबे, एलडीएम
पांडे, महाप्रबंधक उद्योग मोरे सहित शासकीय सेवक उपस्थित थे।
रोजगार मेले में विशेषज्ञ देगे मार्गदर्शन
फ़रवरी 26, 2015
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