ग्रामीण अंचल के कई आंगनबाड़ी केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र एवं स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने गायब मिले लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए प्रतिवेदन कलेक्टर एवं संबंधित विभाग के संस्था प्रमुखों को भेजा है।
स्कूल का निरीक्षण करते एसडीएम डीके सिंह |
कामचोर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग प्रमुखों को दी जानकारी
एसडीएम डीके सिंह जब ग्राम पड़रिया राजाधार पहुंचे तो वहां का उप स्वास्थ्य केन्द्र बंद पाया गया गांव वालों ने बताया कि केन्द्र हमेशा बंद ही रहता है। इसके बाद उन्होने हाई स्कूल,माध्यमिक एवं प्राथमिक शाला का जब निरीक्षण किया तो विद्यार्थियों को मौजूद पाया उन्हें कृमि नाशक दवा का डोज दिया जा रहा था लेकिन माध्यमिक शाला में एक शिक्षक सोलंकी एवं उनकी पत्नी हाई स्कूल में पदस्थ है दोनो को गायब पाया गया जिनके विरूद्ध उचित कार्रवाई के लिए जिला शिक्षाधिकारी के लिए लिखा गया है। आंगनबाड़ी के निरीक्षण के दौराना पाया गया कि आंगन बाड़ी कार्यकर्ता रूपवति विश्वकर्मा एवं आशा कार्यकर्ता शाीला बाई दोनो अनुपस्थित है उनके स्थान पर आंगनबाड़ी सहायिका बिना प्रशिक्षण के मनमाने ढंग से छोटे एवं बढ़े बच्चों को दवा का ज्यादा डोज देते हुए पकड़ा गया। इस पर उसको समझाया गया कि किस उम्र के बच्चे को कितना डोज देना है। ग्रामीणों ने बताया कि आशा कार्यकर्ता शीलाबाई प्रजापति केन्द्र पर कभी नहीं आती और न ही स्वास्थ्य विभाग के कार्यो को करती है वह अपने घर पर ही रहती है ।
इसके बाद एसडीएम श्री सिंह ने ग्राम गोरखा के प्राथमिक शाला का निरीक्षण किया यहां कृमि नाशक डोज देते हुए पाया। वहीं ग्राम मझगवां सानी के स्कूल में निरीक्षण के दौरान दोपहर ढाई बजे तक बच्चों को मध्यान्ह भोजना वितरण नहीं होना पाया गया। यहां पर कृमि नाशक दवा का डोज नहीं दिया जा रहा था, मझगवां सानी की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मालूम ही नहीं था कि आज नेशनल वर्मिंग डे है और बच्चों को कृमि नाशक दवा का डोज देना है। वह बच्चों को आयरन सीरप दे रही थी यहां भी आशा कार्यकर्ता मौजूद नहीं थी ।
इस संबंध में एसडीएम डीके सिंह का कहना है कि संबंधित अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन कलेक्टर, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास, जिला शिक्षाधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग प्रमुख को भेजा गया है।