रैली के साथ जिलाधिकारी ने आम जनता से जिले को कुपोषण मुक्त करने का किया आहवान
रेलिक रिपोर्टर, शाहजहांपुर।
जिले से कुपोषण दूर करने के लिए संवर्धन संस्था के तत्वाधान में आज कलेक्ट्रेट से जिला स्तरीय अधिकारियों, ए0एन0एम0, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों एवं स्कूली बच्चों की रैली निकाली गई। जिले को कुपोषण मुक्त रखने एवं नियमित टीकाकरण, संतुलित आहार देने संबन्धी विभिन्न स्लोगन लिखी पटिटया एवं बैनर के साथ निकाली गई उक्त रैली का शुभारम्भ जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने गुब्बारे उड़ाते हुए हरी झण्डी दिखाकर किया। उन्होने जनजागरूकता लाने के लिए लगाये जाने वाले होर्डिग्स का भी अनावरण किया। रैली का नेतृत्व करते हुए जिलाधिकारी ने आगे आगे चलते हुए रैली में सहभाग किया। उक्त जनजागरूकता रैली खिरनी बाग चैराहे से होते हुए बहादुर गंज, सदर, टाउन हाल होते हुए शहीद उद्यान में खत्म हुई।
जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने कहा कि कुपोषण शरीर के लिए आवश्यक संतुलित आहार लम्बे समय तक न मिलने पर होता है। इसमें बच्चे और महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। जिससे वह आसानी से कई तरह की विमारियों के शिकार हो जाते है। कुपोषण को पहचानने के लिए यदि बच्चों के शरीर की वृद्धि रूक जाये, मांस पेशियां ढीली पड़ने व सिकुड़ने, बाल रूखे व चमक रहित हो जाये, आॅखे धस जाये, हाथ पैर पतले हों व पेट बड़ा हो झुरिरयांयुक्त त्वचा पीली हो जाये, शरीर का वनज कम हो तो वह बच्चा व महिला कुपाषित की श्रेणी में आती है। जिलाधिकारी ने कहा कि यह सच है कि कुपोषण गरीबी, पोष्टिक भोजन का अभाव एवं अज्ञानता, निरक्षरता के कारण होता है। किन्तु यदि इस पर थोड़ा सा ध्यान दिया जाये तो कोई भी बच्चा कुपोषित नही होगा। आज जिले के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस मनाया जा रहा है। गाॅव वासियों को कुपोषण दूर करने की पूरी जानकारी आंगनवाड़ी, ए0एन0एम0, आशा एवं गोद लिये अधिकारियों द्वारा दी जायेगी। साथ ही कुपोषित बच्चों एवं महिलाओं को पुष्टाहार/हाट कुक्ड व दवाएं भी वितरित की जायेगी। साथ ही गर्भवती महिलाओं को चावल, गेहॅू, बाजरा, दाल, अंकुरित समस्त अनाज, हरी सब्जियां, आयोडिन नमक, दूध आदि संतुलित आहार लेने के लिए जानकारी दी जा रही है।
डीएम ने आम जनता से कहा है कि वह जन्म से दो वर्ष तक के बच्चों की देखभाल अच्छी तरह से करें। जन्म से एक घंटे के अन्दर स्तन पान अवश्य करायें। माॅ के प्रथम दूध का कोलोस्ट्रम बच्चे में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। छः माह तक स्तन पान अवश्य करायें और उसके बाद भी स्तन पान जारी रखें। छः माह के बाद ऊपरी आहार की शुरूआत करें। समय से शिशुओं को टीके एवं विटामिन ए की दवा व जान लेवा विमारियों से बचाव के टीके अवश्य लगवाये। बच्चों को संतुलित भोजन अवश्य करायें और अपने गाॅव के आंगनवाड़ी केन्द्र मंे उम्र के हिसाब से उसकी लम्बाई व वजन की माप अवश्य हफतावार कराते रहे। आंगनवाड़ी केन्द्र से दिये जाने वाले पुष्टाहार हाट कुक्ड को बच्चों को अवश्य खिलायें। उन्होने जिले के सभी जनता बुद्धिजीवियों,गणमान्य नागरिकों, मीडिया, मा0 जनप्रतिनिधियों आदि से उक्त कार्यक्रम में सहयोग देते हुए कुपोषण दूर कराने की अपील की है।
मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस में लगातार आशा, ए0एन0एम0 व आंगनवाड़ी कार्यकत्री सही ढंग से कार्य करती रहे तो जिले से कुपोषण दूर हो जायेगा।
रैली में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 उमेश सिंह यादव, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) पी0के0 श्रीवास्तव, नगर मजिस्ट्रेट के0के0 द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी पी0पी0त्रिपाठी, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 चन्द्र शेखर, नोडल अधिकारी कुपोषण/अति0 मजि0 बन्दना त्रिवेदी, जिला कार्यक्रम अधिकारी बुद्धि मिश्रा, जिला पंचायत राज अधिकारी चन्द्रिका प्रसाद, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार, ए0आर0कोआपरेटिव, इंन्जीनियरिंग विभागों के अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के डाक्टर व विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि, जिला स्तरीय अधिकारी, स्कूलों के बच्चे, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, आशा, ए0एन0एम0 आदि मौजूद रहे।