रेलिक रिपोर्टर, झाबुआ.
श्री सत्यसाई बाबा ने बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए उनमे बाल्यकाल से ही संस्कारों एवं मानवीय मूल्यों के प्रति भावना जागृत करने का बल दिया है। सर्वधर्म समभाव के साथ ही सभी धर्मो का आदर करने के साथ ही मानव सेवा ही माधव सेवा के महामंत्र को जीवन में उतार कर पूरे विश्व में सत्य धर्म शांति प्रेम एवं अहिंसा से परिपूर्ण वातावरण बनाने के संक ल्प को पूरा करने की बात क ही है। आज बच्चों में मूल्यों का ह्रास हो रहा है और बच्चों को नैतिक शिक्षा के माध्यम से उनके विचारों को बदला जा सक ता है।
समिति ने की बाल विकास क क्षा आयोजित
उक्त बात शनिवार को श्री सत्यसाई सेवा समिति झाबुआ द्वारा स्थानीय बस स्टेंड स्थित क न्या माध्यमिक शाला की 45 छात्राओं को बाल विकास क क्षाओं के माध्यम से बाल विकास गुरू कृष्णा चौहान ने कही। इस अवसर पर बाल विकास गुरू ज्योति सोनी ने बच्चों को श्लोक पाठ सिखाते हुए कहा कि हमारी संस्कृ ति विश्व की महानतम संस्कति होकर बच्चों में नैतिक शिक्षा एवं मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिये बच्चों को तैयार किया जाता है। सर्व धर्म समभाव के साथ बच्चों के नैतिक विकास करने में सत्यसाई सेवा समिति का बाल विकास विंग अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। श्रीमती चौहान एवं श्रीमती सोनी ने बच्चों को कहानी क थन के माध्यम से संस्कारों एवं मानवीय मूल्यों के बारे में भी विस्तार से बताया। शनिवार को क न्या माध्यमिक शाला में श्री सत्यसाई सेवा समिति द्वारा 45 छात्राओं को पेन, कापी का उपहार दिया गया तथा उन्हें नाश्ता करवाया गया। इस अवसर पर संस्था की प्रधानाध्यापिका सिसिल्या मावी, सुमनलता खरे, एमके श्रीवास्तव एवं निर्मला पाठक के कर कमलों से बच्चों को कापियां एवं पेन प्रदान की गई। श्रीमती मावी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री सत्यसाई सेवा समिति के सेवा कार्यो की सराहना करते हुए बाल विकास के माध्यम से बच्चों में संस्कार स्थापित करने, नैतिक मूल्यों को बढावा देने तथा बच्चों के सर्वांिगण विकास में किए जा रहे कार्यो की प्रसंशा की।
बाल्यकाल से ही विकसित होते हैं संस्कार
फ़रवरी 28, 2015
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