आंखों में मिर्च झोंक कर सभी को एक कमरे में बंद कर गए बदमाश
रेलिक रिपोर्टर, शाहजहांपुर।
अपरान्ह तीन बजे बैंक आफ बड़ौदा की हरनहाई ब्रांच में आज दिन दहाड़े लूट हो गई। इनोवा से आए सात बदमाश धड़धड़ाते हुए बैंक में घुसे और पूरे स्टाफ व ग्राहकों को बन्दूकों की नोक पर बैंक के ही एक कमरे में बंद कर दिया। लूटपाट के बाद बदमाशों ने सभी बंधकों की आंख में मिर्च पाउडर झोंक दिया और कमरे में बाहर से ताला डालकर फरार हो गए। लूटी गई रकम का सही अंदाजा नहीं लग सका है। बताया जा रहा है कि लूट ढाई से तीन लाख की रकम की हुई। सूचना पाकर एएसपी, सीओ पुवायां व क्राइम ब्रांच टीम के अलावा खुटार, बंडा व सेहरामऊ उत्तरी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
थाना खुटार के हरनाई स्थित बड़ौंदा बैंक की शाखा में करीब सवा तीन बजे कामकाज चल रहा था। उस वक्त बैंक के अंदर प्रबंधक निमिषजी, कैशियर रवि वर्मा, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विकास व वीतेश के अलावा हरनहाई गांव निवासी ग्राहक रामदास, रायपुर बिचपुरी निवासी ग्राहक मौलाना अनवार आदि थे। तभी सफेद रंग की इनोवा बैंक के बाहर आकर रूकी। उसमें से सात बदमाश उतरे। सभी अपटूडेट थे और ऐसा प्रदर्शित कर रहे थे जैसे वह अधिकारी हों। बैंक में प्रवेश करते हुए उन लोगों ने रिवाल्वर तमंचे निकाल लिए और स्टाफ व ग्राहकों पर तान दिए। बदमाशों ने धमकी दी कि अगर शोर मचाया तो गोली मार देंगे। गन प्वाइंट पर लेकर पूरे स्टाफ व ग्राहकों को बदमाश बैंक के एक कमरे में ले गए और दो बदमाश उन पर असलहे ताने खड़े रहे। बाकी बदमाशों ने कैश काउंटर खंगाल लिया। इसके बाद बदमाशों ने अचानक बंधकों की आंख पर मिर्च पाउडर डाल दिया, जिससे वे बिलबिला उठे। बदमाशों ने कमरे को बाहर से बंद कर ताला डाल दिया और इनोवा में बैठकर खुटार रोड की ओर फरार हो गए। पूरे घटनाक्रम में मुश्किल से 20 मिनट लगे।
हरनहाई गांव का रामदास अपनी पत्नी मीना के साथ बैंक से पैसे निकालने आया था। पैसे लेने के बाद मीना बैंक के बाहर निकल आई और उसी वक्त बदमाश बैंक में दाखिल हो गए और उन्होने बैंक स्टाफ के साथ मीना के पति रामदास को भी बंधक बना लिया। काफी देर तक रामदास बाहर नहीं आया और इनोवा से आए सातों बदमाश बैंक से निकल कर चले गए तो बाहर इंतजार कर रही मीना अंदर गई और नजारा देखकर हक्की बक्की रह गई। इसी बीच उसे कमरे से बंधकों की आवाजें सुनाई दीं। मीना ने बाहर आकर चीख पुकार मचाई, जिसके बाद पूरा गांव बैंक के बाहर उमड़ पड़ा। सूचना पाकर एएसपी श्रीकृष्ण, सीओ पुवायां उमेश शर्मा, खुटार, बंडा व सेहरामऊ उत्तरी पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम भी पहुंच गई। पुलिस ने ताला तोड़कर बंधकों को मुक्त किया। आंखों में मिर्च पाउडर पड़े होने से सभी का हाल बेहाल था, इसलिए तुरंत चिकित्सक को बुलाकर सभी का उपचार कराया गया। अफसरों ने बैंक कर्मचारियों व ग्राहकों से लुटेरों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
थाना खुटार के हरनाई स्थित बड़ौंदा बैंक की शाखा में करीब सवा तीन बजे कामकाज चल रहा था। उस वक्त बैंक के अंदर प्रबंधक निमिषजी, कैशियर रवि वर्मा, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विकास व वीतेश के अलावा हरनहाई गांव निवासी ग्राहक रामदास, रायपुर बिचपुरी निवासी ग्राहक मौलाना अनवार आदि थे। तभी सफेद रंग की इनोवा बैंक के बाहर आकर रूकी। उसमें से सात बदमाश उतरे। सभी अपटूडेट थे और ऐसा प्रदर्शित कर रहे थे जैसे वह अधिकारी हों। बैंक में प्रवेश करते हुए उन लोगों ने रिवाल्वर तमंचे निकाल लिए और स्टाफ व ग्राहकों पर तान दिए। बदमाशों ने धमकी दी कि अगर शोर मचाया तो गोली मार देंगे। गन प्वाइंट पर लेकर पूरे स्टाफ व ग्राहकों को बदमाश बैंक के एक कमरे में ले गए और दो बदमाश उन पर असलहे ताने खड़े रहे। बाकी बदमाशों ने कैश काउंटर खंगाल लिया। इसके बाद बदमाशों ने अचानक बंधकों की आंख पर मिर्च पाउडर डाल दिया, जिससे वे बिलबिला उठे। बदमाशों ने कमरे को बाहर से बंद कर ताला डाल दिया और इनोवा में बैठकर खुटार रोड की ओर फरार हो गए। पूरे घटनाक्रम में मुश्किल से 20 मिनट लगे।
हरनहाई गांव का रामदास अपनी पत्नी मीना के साथ बैंक से पैसे निकालने आया था। पैसे लेने के बाद मीना बैंक के बाहर निकल आई और उसी वक्त बदमाश बैंक में दाखिल हो गए और उन्होने बैंक स्टाफ के साथ मीना के पति रामदास को भी बंधक बना लिया। काफी देर तक रामदास बाहर नहीं आया और इनोवा से आए सातों बदमाश बैंक से निकल कर चले गए तो बाहर इंतजार कर रही मीना अंदर गई और नजारा देखकर हक्की बक्की रह गई। इसी बीच उसे कमरे से बंधकों की आवाजें सुनाई दीं। मीना ने बाहर आकर चीख पुकार मचाई, जिसके बाद पूरा गांव बैंक के बाहर उमड़ पड़ा। सूचना पाकर एएसपी श्रीकृष्ण, सीओ पुवायां उमेश शर्मा, खुटार, बंडा व सेहरामऊ उत्तरी पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम भी पहुंच गई। पुलिस ने ताला तोड़कर बंधकों को मुक्त किया। आंखों में मिर्च पाउडर पड़े होने से सभी का हाल बेहाल था, इसलिए तुरंत चिकित्सक को बुलाकर सभी का उपचार कराया गया। अफसरों ने बैंक कर्मचारियों व ग्राहकों से लुटेरों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।