शाहजहांपुर।
कटरा पुलिस ने बीती शाम मुखबिर की सूचना पर असलहे बनाकर बेचने वाले पिता पुत्र को असलहा बनाने की फैक्ट्री समेत अरेस्ट कर लिया। दोनों गन्ने के खेतों में छिपकर असलहे बनाते और बेचते थे। इससे पहले 2006 में भी वह असलहा बनाने के आरोप में पकड़ा गया था।
कटरा पुलिस को बीती शाम सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के ग्राम पलिया दरोबस्त में कुछ लोग गन्ने के खेत में छिपकर असलहे बना रहे हैं। इस सूचना के बाद एसओ कटरा नरेंद्र यादव फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और गन्ने के खेत से दो लोगों को असलहे बनाते हुए पकड़ लिया। पकड़े गए लोगों में क्षेत्र के ही ग्राम परशुरामपुर का शिवकुमार और उसका बेटा रतिभान है। पुलिस को इनके पास से एक बना हुआ तमंचा, चार अधबने तमंचे, कई बैरल और असलहे बनाने के उपकरण मिले हैं।
शिवकुमार ने बताया कि वह पिछले करीब 10 साल से इस धंधे में लिप्त है। वह अक्सर गन्ने आदि के खेत में छिपकर तमंचे बनाता था। एक तमंचा दो हजार से तीन हजार रुपये में बिक जाता है। उसने बताया कि उसने तमंचा बनाने की यह कला शमशाबाद फर्रुखाबाद के अपने गुरु सलीम से सीखी थी। अब वह अपने बेटे को भी इसमें पारंगत कर रहा था। वह 2006 में भी तमंचा बनाते हुए पकड़ा गया था। उसने बताया कि तमंचे की नाल वह गैस पाइप से बनाता है। तमंचे बनाने का सारा कच्चा मैटेरियल वह तिलहर में लोहे का सामान बेचने वाली दुकानों से खरीदता है।
कटरा पुलिस को बीती शाम सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के ग्राम पलिया दरोबस्त में कुछ लोग गन्ने के खेत में छिपकर असलहे बना रहे हैं। इस सूचना के बाद एसओ कटरा नरेंद्र यादव फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और गन्ने के खेत से दो लोगों को असलहे बनाते हुए पकड़ लिया। पकड़े गए लोगों में क्षेत्र के ही ग्राम परशुरामपुर का शिवकुमार और उसका बेटा रतिभान है। पुलिस को इनके पास से एक बना हुआ तमंचा, चार अधबने तमंचे, कई बैरल और असलहे बनाने के उपकरण मिले हैं।
शिवकुमार ने बताया कि वह पिछले करीब 10 साल से इस धंधे में लिप्त है। वह अक्सर गन्ने आदि के खेत में छिपकर तमंचे बनाता था। एक तमंचा दो हजार से तीन हजार रुपये में बिक जाता है। उसने बताया कि उसने तमंचा बनाने की यह कला शमशाबाद फर्रुखाबाद के अपने गुरु सलीम से सीखी थी। अब वह अपने बेटे को भी इसमें पारंगत कर रहा था। वह 2006 में भी तमंचा बनाते हुए पकड़ा गया था। उसने बताया कि तमंचे की नाल वह गैस पाइप से बनाता है। तमंचे बनाने का सारा कच्चा मैटेरियल वह तिलहर में लोहे का सामान बेचने वाली दुकानों से खरीदता है।