रेलिक रिपोर्टर, शाहजहांपुर।
योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन होने पर शिकायतें स्वतः कम हो जाती है। इसलिए सभी विभागों के अधिकारी अपनी योजनाओं के क्रियान्वयन में मानक और गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए पात्रों को लाभान्वित करे।
उक्त निर्देश जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने तहसील जलालाबाद में आयोजित तहसील दिवस में जन शिकायतें सुनते हुए दिये। तहसील दिवस की अध्यक्षता करती हुई जिलाधिकारी ने कहा कि अक्सर थोड़ी सी लापरवाही व गम्भीरता से कार्य में रूचि न लेने पर शिकयतों के कारण बनते है। शिकायते सुनते हुए उन्होने पाया कि गोरा महुआ गाढ़ ग्राम के दो इन्दिरा आवास के लाभार्थियों के खाते में मात्र एक अंक गलत हो जाने से उनके खाते में पैसे नही पहुॅचे, जिसके कारण वह गत दस दिन से बैंक व ब्लाक का चक्कर लगा रहे है। फिर भी उनके खाते में धनराशि नही पहुॅची। जिसके कारण वह तहसील दिवस में आकर उक्त समस्या के विषय में शिकायत की। जिलाधिकारी ने परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 को निर्देश दिये कि इस तरह की छोटी छोटी कमियां होने से लाभार्थी को परेशानी होती है और संबन्घित योजना की प्रगति भी प्रभावित होती है। उन्होने निर्देश दिये कि आज ही उक्त दोनों शिकायतों का संबन्धितों से चेक करा कर निस्तारित करायें। तहसील दिवस में 80 शिकायतें आयी, जिनमें पाॅच का मौके पर निस्तारण किया गया।
जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये कि 04 फरवरी को संवर्धन अभियान के अन्तर्गत चलाये जा रहे कार्यक्रम में प्रत्येक गाॅव में ग्रामीण स्वास्थ्य एवं सेवा पोषण दिवस मनाया जायेगा। सभी अधिकारी जिन जिन गाॅवों को गोद लिये है वह 12 बजे के बाद अपने अपने गाॅव में जायेगंे और कुपोषण दूर करने के लिए अब तक किये गये कार्यवाही, बच्चों की लम्बाई की नाप, वजन, गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोली व पोषाहार आदि कार्य करते हुए पोषण एवं दवाए वितरण करायें और गाॅव के लोगो को पोषण की जानकारी भी दें। गाॅव के ग्राम प्रधान व अन्य गणमान्य लोगों से सहयोग लेकर पोषाहार दिलवायें। उन्होने कहा कि यह कल्याणकारी कार्यक्रम है। इसमें सभी अधिकारी सहयोग करें। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि संवर्धन अभियान के अन्तर्गत बने कोष में जो अधिकारी जितनी धनराशि देना चाहे वह चेक के माध्यम से अपर जिलाधिकारी प्रशासन को दे दें, जिससे इस कार्यक्रम को गति मिल सके।
मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि शासन की प्राथमिक कार्यक्रमों में कुपोषण मिशन को प्राथमिकता है। इसलिए कुपोषण दूर करने के लिए चार स्तर पर कार्य करना होगा। गर्भवती महिलाओं को पोषाहार, आयरन की गोली, संतुलित भोजन, 28 दिन तक बच्चों व दो वर्ष तक के बच्चों को तथा किशोरियों के पोषण पर ध्यान दे दिया जाये तो कुपोषण स्वतः खत्म हो जायेगा।
पुलिस अधीक्षक श्री आर0पी0एस0यादव ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिये कि वह आज की प्राप्त शिकायतों का मौके पर जाकर निस्तारण करें। जमीन संबन्धी मामलों को राजस्व विभाग के कर्मचारियों को साथ लेकर समयान्तर्गत निस्तारित करे। उक्त तहसील दिवस में अपर जिलाधिकारी प्रशासन एम0एन0उपाध्याय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 उमेश सिंह यादव, डी0एफ0ओं0 नरेन्द्र कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी पी0पी0 त्रिपाठी, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0, उपजिलाधिकारी जलालाबाद जंग बहादुर यादव, लोक निर्माण, ग्रामीण अभियन्त्रण, नहर विभाग, लघु सिचाई, जल निगम के अधिशासी अभियन्ता गिरीश चन्द्रा आदि संबन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
उक्त निर्देश जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने तहसील जलालाबाद में आयोजित तहसील दिवस में जन शिकायतें सुनते हुए दिये। तहसील दिवस की अध्यक्षता करती हुई जिलाधिकारी ने कहा कि अक्सर थोड़ी सी लापरवाही व गम्भीरता से कार्य में रूचि न लेने पर शिकयतों के कारण बनते है। शिकायते सुनते हुए उन्होने पाया कि गोरा महुआ गाढ़ ग्राम के दो इन्दिरा आवास के लाभार्थियों के खाते में मात्र एक अंक गलत हो जाने से उनके खाते में पैसे नही पहुॅचे, जिसके कारण वह गत दस दिन से बैंक व ब्लाक का चक्कर लगा रहे है। फिर भी उनके खाते में धनराशि नही पहुॅची। जिसके कारण वह तहसील दिवस में आकर उक्त समस्या के विषय में शिकायत की। जिलाधिकारी ने परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 को निर्देश दिये कि इस तरह की छोटी छोटी कमियां होने से लाभार्थी को परेशानी होती है और संबन्घित योजना की प्रगति भी प्रभावित होती है। उन्होने निर्देश दिये कि आज ही उक्त दोनों शिकायतों का संबन्धितों से चेक करा कर निस्तारित करायें। तहसील दिवस में 80 शिकायतें आयी, जिनमें पाॅच का मौके पर निस्तारण किया गया।
जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये कि 04 फरवरी को संवर्धन अभियान के अन्तर्गत चलाये जा रहे कार्यक्रम में प्रत्येक गाॅव में ग्रामीण स्वास्थ्य एवं सेवा पोषण दिवस मनाया जायेगा। सभी अधिकारी जिन जिन गाॅवों को गोद लिये है वह 12 बजे के बाद अपने अपने गाॅव में जायेगंे और कुपोषण दूर करने के लिए अब तक किये गये कार्यवाही, बच्चों की लम्बाई की नाप, वजन, गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोली व पोषाहार आदि कार्य करते हुए पोषण एवं दवाए वितरण करायें और गाॅव के लोगो को पोषण की जानकारी भी दें। गाॅव के ग्राम प्रधान व अन्य गणमान्य लोगों से सहयोग लेकर पोषाहार दिलवायें। उन्होने कहा कि यह कल्याणकारी कार्यक्रम है। इसमें सभी अधिकारी सहयोग करें। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि संवर्धन अभियान के अन्तर्गत बने कोष में जो अधिकारी जितनी धनराशि देना चाहे वह चेक के माध्यम से अपर जिलाधिकारी प्रशासन को दे दें, जिससे इस कार्यक्रम को गति मिल सके।
मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि शासन की प्राथमिक कार्यक्रमों में कुपोषण मिशन को प्राथमिकता है। इसलिए कुपोषण दूर करने के लिए चार स्तर पर कार्य करना होगा। गर्भवती महिलाओं को पोषाहार, आयरन की गोली, संतुलित भोजन, 28 दिन तक बच्चों व दो वर्ष तक के बच्चों को तथा किशोरियों के पोषण पर ध्यान दे दिया जाये तो कुपोषण स्वतः खत्म हो जायेगा।
पुलिस अधीक्षक श्री आर0पी0एस0यादव ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिये कि वह आज की प्राप्त शिकायतों का मौके पर जाकर निस्तारण करें। जमीन संबन्धी मामलों को राजस्व विभाग के कर्मचारियों को साथ लेकर समयान्तर्गत निस्तारित करे। उक्त तहसील दिवस में अपर जिलाधिकारी प्रशासन एम0एन0उपाध्याय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 उमेश सिंह यादव, डी0एफ0ओं0 नरेन्द्र कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी पी0पी0 त्रिपाठी, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0, उपजिलाधिकारी जलालाबाद जंग बहादुर यादव, लोक निर्माण, ग्रामीण अभियन्त्रण, नहर विभाग, लघु सिचाई, जल निगम के अधिशासी अभियन्ता गिरीश चन्द्रा आदि संबन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।