शमिन्दर सिंह, शाहजहांपुर.
जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश पर जिले के समस्त तहसीलों के उपजिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी, संबन्धित थानों के मय फोर्स थानाध्यक्ष एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों की टीमों द्वारा आकस्मिक छापामारी कर अवैध शराब एवं उसके व्यवसाय में लिप्त लोगों को पकड़ते हुए वैधानिक कार्यवाही की गई।
आबकारी इंस्पेक्टर की मदद से जिले के कस्बे और गांवों में में कुटीर उद्योग की तरह जारी है कच्ची शराब का धंधा
डीएम के निर्देश पर कार्रवाई, 4 कुंतल लहन नष्ट, 13 गिरफ्तार
उपजिलाधिकारी सदर जयनाथ यादव ने सीओ सदर, थानाध्यक्ष कॉट के साथ रमपुरा गॉव में छापामारी की। छापामारी के दौरान खेतों में 120 लीटर अवैध शराब पकड़ते हुए 2000 किग्रा लहन को मौके पर पकड़ा। लहन को नष्ट कराया। छापे के दौरान खेतों में गढडे बनाकर अवैध रूप से लिप्त व्यक्ति भागने में सफल रहे और कुछ पकड़े गये। उपजिलाधिकारी पुवायां लाल बहादुर ने सीओ पुवायां, आबकारी निरीक्षक एवं थानाध्यक्ष खुटार व पुूवायां के साथ मयनियां जंगल, जठिया बलराम पुर जंगल एवं बरौना में छापेमारी कर 60 लीटर अवैध शराब पकड़ते हुए जब्त 400 किग्रा लहन को नष्ट कराया तथा 5 अभियुक्तों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की। जिला आबकारी अधिकारी सतीश चन्द्रा की टीम ने अब्दुल्लागंज, अजीज गंज, मौज्जम पुर, गर्रा नदी के किनारे छापेमारी करते हुए 90 लीटर अवैध शराब पकड़ते हुए 1700 किग्रा लहन नष्ट कराया। 4 भटिटयां एवं शराब बनाने के उपकरण जब्त करते हुए 8 अभियुक्तों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की गई।
अंतत: नींद से जागा आबकारी महकमा
अंतत: आबकारी विभाग को नींद से जागना ही पड़ा, जब मलिहाबाद में काण्ड हो गया और अवैद्य जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत हो गयी तो आबकारी इंस्पेक्टर को जिले के शराब के ठेकेदार के दड़बे से बाहर निकलना ही पड़ गया। वरना सुबह अपने आफिस में बैठने के स्थान पर शराब के ठेकेदार के यहां पहुंच कर दिन भर बैठना और चाय पीना तो मानों उनका शगल बन गया था। उनकी टीम भी अक्सर उन्ही स्थानों पर छापे मारी करती थी जहां ठेकेदार के कारिंदे जाते थे। वर्ना क्या आफिस और कैसी इंस्पेक्टरी..? जिले के सैकड़ों गांवों और कस्बों में कच्ची शराब की भट्ठियां चल रही हैं। ऐसा नहीं है कि आबकारी विभाग को इसकी खबर नहीं, लेकिन ले-दे कर मामला टाल दिया जाता रहा।
हर गली और गांव में बन रही अवैध शराब
शहर में थाना अजीजगंज में खुलेआम कच्ची शराब बिकती है। यहां से पुलिस और आबकारी दोनों अपनी जेब भरते हैं। खुटार थाना क्षेत्र के मोहल्ला पश्चिमी गढ़ी, मैनिया, रसवां, कुंभिया, रठिया, मोहनपुर, मंडनपुर, पुनौती आदि गांवों में धड़ल्ले से शराब बनाई व बेची जा रही है। सिंधौली थाने के ग्राम दुल्हापुर, सरैयां जब्ती, सुहेली, खमरिया, गरगैया, बिलंदापुर, गोरा रायपुर, गैलतपुर, मरौरी व ईंटारोरा आदि गांव कच्ची शराब बनाने व बेचने मशहूर है। बंडा थाना क्षेत्र के पसियापुर, श्यामपट्टी, चांदूपुर पड़री, लक्ष्मणपुर गौटिया में खुलेआम शराब बिक रही है। थाना रामचंद्र मिशन के गांव के परमाली, ग्वारी, रौसर कोठी, चौड़ेरा, रेती, गाड़ीपुरा, सरायं काइयां, मिश्रीपुर में कच्ची शराब बनाई व बेची जा रही है। रोजा थाना क्षेत्र के ग्राम कटिया कम्मू, रामापुर, बिलंदापुर, निवाजपुर व गुर्री आदि स्थानों पर कच्ची शराब का धंधा हो रहा है। कांट कस्बे में गढ़ी पूर्वी, गढ़ी पश्चिमी, पट्टी के अलावा ग्राम बबक्करपुर, किसुराई, पिपरौला, जरावन बलीपुर, गंधार, सिमरिया, राजपुर, डींगुरपुर, खेड़ा, नानकपुर व अभायान पुवायां के हरदुआ, आयूं, बांस चिरायूं, रायपुर, सुजानपुर, बनियानी, बेला, इटौली, इमलिया, भरतापुर, बड़ा गांव, बहादुरपुर और कस्बा जलालाबाद में हारगुरैया, सरायं साधौ, मालूपुर, याकूबपुर, ककराला, नया गांव मैसूलपुर, गुलडिया, नगरिया बुजुर्ग, रौलीबौरी, नौगवां, कोला, तिकोला, रूस्तमपुर, सुल्तानपुर में कच्ची शराब का धंधा उद्योग की तरह चल रहा है। अल्हागंज के चिलौआ, धर्मपुर पिड़रिया, मऊ रसूलपुर व दहेना में कच्ची शराब की दर्जनों भट्ठियां धधक रही हैं। थाना मिर्जापुर, कलान, परौर, जैतीपुर, गढिया रंगीन, तिलहर, कटरा, खुदागंज आदि थाना क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में कच्ची शराब बनाने और बेचने का धंधा आबकारी विभाग की मदद से फल फूल रहा है।
ढाई सौ लीटर से ज्यादा अवैध शराब पकड़ाई
जनवरी 13, 2015
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