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‘सड़क छाप नहीं हूं, प्रॉस्टीट्यूशन इज माय बिजनेस’

चंदर लाल, लखनऊ.
 
तहजीब की नगरी में एक कॉलगर्ल को न्यू ईयर मनाने के लिए दिल्ली से बुलाकर पहले तो फाइव स्टार होटल में पांच रईसजादों ने रंगरेलियां मनाई और फिर पेमेंट करने के बजाय उसी को लूट लिया। इसके खिलाफ कॉलगर्ल दनदनाती हुए गोमतीनगर थाने, वीमेन पॉवर लाइन, मॉडर्न पुलिस कंट्रोल रूम से निराश होकर आखिरकार महिला थाना शिकायत करने पहुंच गई। इस दौरान पुलिस तहकीकात में कॉलगर्ल ने ऐसे-ऐसे खुलासे किए कि, पुलिस के अधिकारी भी बगलें झांकते नजर आए।
नासिक की हाई प्रोफाइल कॉलगर्ल दिल्ली, मुंबई से लेकर भोपाल तक बुकिंग पर जाती रही है। 

‘सड़क छाप नहीं हूं, प्रॉस्टीट्यूशन इज माय बिजनेस’
लखनऊ में पकड़ाई हाई प्रोफाइल कॉल गर्ल्स ने बंद की पुलिस वालों की बोलती

लखनऊ, दिल्ली और मुंबई के अलावा भोपाल तक सप्लाई होती हैं न्यू ईयर गिफ्ट
 


फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाली कॉलगर्ल ने पूछताछ के दौरान बेबाक बातचीत से पुलिस अफसरों को खामोश कर दिया। बोली, ‘मैं सड़क छाप नहीं हूं। प्रोस्टीट्यूशन इज माई बिजनेस।’ इसी बिजनेस से पहले उसे दो करोड़ रुपये कमाने हैं। इसके बाद वह अपना दूसरा बिजनेस यानि ब्यूटी पार्लर शुरू करेगी। तब पहले धंधे से तौबा कर लेगी। उसने बताया कि दिल्ली का ब्रोकर गौरव ही उसकी सारी बुकिंग करता है। गौरव ने ही उसे लखनऊ के ब्रोकर राजा के पास भेजा था। कॉलगर्ल ने कहा कि वह पहली बार लखनऊ आई थी जहां लोकल ब्रोकर ने धोखा कर दिया और उसका पेमेंट करने के बजाय उसके पर्स से ही रुपए निकाल ले गए।

‘सड़क छाप नहीं हूं, प्रॉस्टीट्यूशन इज माय बिजनेस’
महीने में सिर्फ दस दिन काम करती है कॉलगर्ल
अफसरों के सवालों के कॉलगर्ल ने ऐसे-ऐसे जवाब दिए कि कई झेंप गए। उससे पूछा गया कि, ‘महीने में कितने दिन काम करती हो’ कॉलगर्ल ने कहा सिर्फ दस दिन। अफसर इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और पूछा कि, पूरे महीने काम क्यों नहीं करती? इस पर कॉलगर्ल ने कहा कि यह उसका बिजनेस है, इसीलिए वह महीने में सिर्फ दस दिन काम करती है और बाकी के दिन बॉडी फिटनेस को देती है। बॉडी फिटनेस के लिए उसके ट्रेनर हैं और खानपान के लिए डायटीशियन की सेवाएं भी वह लेती है। हर छह महीने में सारे मेडिकल चेकअप कराती है। अपनी कमाई का खुलासा करते हुए बताया कि दस दिन के बिजनेस में ही दो लाख रुपये कमा लेती है। ‘इतने रुपये का क्या करोगी?’ इस सवाल पर कॉलगर्ल ने कहा कि यह तो कुछ भी नहीं है। अगले पांच साल में कम से कम दो करोड़ रुपये कमाने हैं। इसके बाद ब्यूटी पार्लर शुरू करने की योजना है। इसकी वजह यह है कि पांच साल बाद कॉलगर्ल के पास ज्यादा काम नहीं रहेगा। यही वजह है कि ब्यूटी पार्लर की आड़ में वह खुद सेक्स रैकेट की संचालिका बनने की तैयारी कर रही है। 


सैक्स रैकेट संचालिका के पुलिस ने डकारे दो लाख
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कॉलगर्ल के साथ दस रसूखदारों और तीन दरोगाओं ने संबंध बनाए थे। इन ग्राहकों से जो रकम कॉलगर्ल को मिलनी थी, वह संचालिका ने अपने पास रख ली थी। रुपये न मिलने पर ही कॉलगर्ल ने हंगामा किया था, जिसके बाद मजबूरन पुलिस को संचालिका को गिरफ्तार कर सेक्स रैकेट का खुलासा करना पड़ा। सूत्रों का कहना है कि रैकेट संचालिका के घर से दो लाख रुपये बरामद किए गए थे जिसे पुलिसकर्मियों ने गायब कर दिया।


‘सड़क छाप नहीं हूं, प्रॉस्टीट्यूशन इज माय बिजनेस’
पुलिस अफसरों को बचाने मामले को दबाने में जुटे
गोमतीनगर में हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट का खेल अगर खुला तो पुलिस का दामन दागदार होगा ही, कई सफेदपोश और रसूखदारों के भी चेहरे बेनकाब होंगे। रैकेट संचालिका से पूछताछ में पता चला है कि नासिक की कॉलगर्ल को दस रसूखदारों के लिए राजधानी बुलाया गया था। राजधानी में ही तैनात तीन दरोगा भी तीन दिन तक कॉलगर्ल के साथ अय्याशी करते रहे। यही वजह है आला अफसर सेक्स रैकेट की जांच को आगे बढ़ाने के बजाए मामला दबाने में जुट गए हैं। हालांकि, मुंह बंद नहीं करने पर कॉलगर्ल को भी जेल भेजने की तैयारी हो गई है। रैकेट संचालिका ने कॉलगर्ल के साथ अय्याशी करने वालों के नाम अफसरों को बता दिए हैं। उसने बताया कि कॉलगर्ल बीते शनिवार को राजधानी आई थी। इसके बाद लोकल ब्रोकर राजा के साथ उसे ग्राहकों के पास ले गया। तीन दिन तक राजधानी के दस रसूखदार युवक व तीन दरोगा उसके संपर्क में रहे।

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