रेलिक रिपोर्टर, शाहजहांपुर.
वर्तमान
समाज के विकास में प्रमुख बाधा समाज में व्याप्त कुरीतियां हैं, चतुर्दिक
विकास के लिए इन कुरीतियों को दूर करने ही महती आवश्यकता है, राष्ट्रीय
सेवा योजना के स्वयंसेवकों द्वारा इस लक्ष्य को सुलभता से प्राप्त किया जा
सकता है। यह विचार एसएस कॉलेज के प्राचार्य डा अवनीश कुमार मिश्र ने
महाविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम के सात दिवसीय
शिविर के उद्धघाटन सत्र में व्यक्त किये।
डा. मिश्र ने कहा कि अपने
कर्तव्यों का पालन करते हुए समाज की सेवा के लक्ष्य को पूरा करने का पावन
प्रयास करना चाहिये इससे इनके व्यक्तित्व मेंं विकास के साथ-साथ समाज में
सकारात्मक बदलाव होगा। मुख्य अतिथि कला संकाय की अध्यक्ष डा. रंजना
प्रियदर्शिनी ने कहा कि संघ में सदा शक्ति होती है। राष्ट्रीय सेवा योजना
में एकता एवं सहयोग की भावना से कार्य किया जाता है। इसमें स्वयंसेवकों को
लिंगभेद, भाषायीभेद, तथा जातिभेद की भावना से उठकर सेवा करने का अवसर
प्राप्त होता है।
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डा शालीन
कुमार सिंह ने कहा कि स्वयंसेवक अनुशासन के साथ समाज की सेवा करते है।
बिना अनुशासन के समाजसेवा के लक्ष्य को प्राप्त करना सम्भव नहीं है।
शुभारंभ सरस्वती पूजन एवं दीप प्रज्जवलन द्वारा हुआ। श्रद्धा सक्सेना, शिवम
सक्सेना, प्रिया गुप्ता, नीरज ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इस अवसर पर
डा अनुराग अग्रवाल, डा आलोक मिश्र, डा मधुकर श्याम शुक्ल, डा आदित्य कुमार
सिंह, डा राजबहादुर यादव, डा पूनम, डा प्रभात शुक्ल, डा देवेन्द्र सिंह, डा
अजीत चारग, डा आदर्श पाण्डेय, डा मनोज कुमार मिश्र, डा धीरज कुमार
रस्तोगी, डा दीपक सिंह, डा रमेश चन्द्र, डा संजय पाण्डेय, डा श्रीकांत
मिश्र, डा विकास खुराना, डा कविता भटनागर, डा प्रतिभा सक्सेना, डा अर्चना
गर्ग, अमिता रस्तोगी, नम्रता गुप्ता, राजेश मोर्य, दीपक दीक्षित, शिवओम
शर्मा, श्री संजय कुमार सिंह, श्री रामलखन सिंह, ब्रजेश रविन्द्र आदि
उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गरिमा पाण्डेय एवं संध्या मौर्या ने
किया।
समाज के विकास में प्रमुख बाधा व्याप्त कुरीतियां
दिसंबर 20, 2014
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