रेलिक रिपोर्टर, शाहजहांपुर.
कुपोष्ऋण
स्वास्थ्य और स्वच्छता पर ध्यान देने से बच्चों, महिलाओं का शारीरिक और
मानसिक विकास होता है। यह विचार जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने राज्य पोष्ऋण
मिशन योजनान्तर्गत सबसे कुपोषित गांव को गोद लिये गये ब्लाक भावलखेड़ा के
ग्राम रौसर कोठी में आयोजित चैपाल में दिये।
डीएम शुभ्रा सक्सेना ने यूनीफार्म गलत पाए जाने पर एबीएसए को फटकारा
मुख्य विकास अधिकारी डा.
राम मनोहर मिश्रा ने कहा कि इस गॉव में 3 अति कुपोषित एवं 34 कुपोषित बच्चे
पाये गये है। इन सभी बच्चों को पोष्ऋण के सामान्य श्रेणी में लाने के
लिए बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यवाही की जा रही हैं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. उमेश सिंह यादव, उपजिलाधिकारी सदर
जयनाथ यादव, जल निगम, एआर कोआपरेटिव आदि सम्बन्धित विभागों के अधिकारी जनता
उपस्थित रहे।
गोद लिए कुपोषित गांव में डीएम ने चैपाल लगाई
दिसंबर 06, 2014
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