मप्र की शिवराज सरकार उद्योगपतियों, माइनिंग माफिया से सांठ-गांठ करके अनवरत उनके हित संबर्धन का कार्य कर रही है। इन्हे प्राकृतिक संसाधनों के लूट की छूट, अधिकारियों कर्मचारियों को घूसखोरी की छूट प्रदेश सरकार द्वारा दी गई है। मुख्यमंत्री द्वारा आम आवाम का हितैषी होने का भी ढ़ोंग किया जाता है। लोगों की आंख मे धूल झोंकने के लिए दिखावे के लिए जन समस्यायों के समधान के लिए कई तरीके बनाने का पाखण्ड किया जाता है जो होते हैं कभी मुख्यमंत्री आन लाइन, कभी समाधान आनलाइन, कभी कलेक्टर जनसुनवाई, कभी सीएम हेल्प लाइन आदि। वास्तविकता में यह सारे प्रयास दिखावा ही सिद्ध हुए हैं।
