रेलिक रिपोर्टर, झाबुआ.
ग्राम
गुवाली में ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों का सम्मेलन आयोजित किया गया।
सम्मेलन में थांदला विधायक कलसिंह भाबर, पुलिस अधीक्षक कृष्णा वेणी
देसावतु, एएसपी एसएस कनेश सहित ग्राम गुवाली, बांडीसेरा, सातसेरा, कालीगमा,
कतरा, दोतड, देमारा, रामपुरा, तुमडिया आदि स्थानों के ग्राम रक्षा समिति
के सदस्य, ग्रामीण महिलाएं एवं कृषक सम्मिलित हुए। अतिथियों का स्वागत
देमारा एवं गुवाली सरपंच ने किया।
ग्राम गुवाली में पुलिस ने सम्मेलन करके दी ग्रामीणों को समझाईश
सम्मेलन में विधायक ने आदिवासियों को
समझाया गया कि, शराब, गुटका, बीडी एवं नशे का सेवन करने के साा ही कई लोग
माता-पिता को भोजन तक नहीं देते है। बच्चों को स्कूल न भेजकर मजदूरी एवं
अन्य घर के कार्य में लगा देते है। इसी प्रकार के संस्कार बेटा अपने पिता
से सिखता है। शराब, अशिक्षा एवं अंधविश्वास के कारण ही आदिवासी समाज की
उन्नति नहीं हो पा रही है। पुलिस अधीक्षक श्रीमती देसावतु ने कहा कि
आदिवासी समाज में कुछ बच्चे पढ़ रहे हैं, वे नौकरी व्यवसाय हेतु प्रयास नहीं
करते हैं, उन्हें परिवार वाले मोटर सायकल व मोबाइल दिला देते हैं, वे नशा
करने लगते है एवं गलत संगत में आने के कारण अपराध घटित करने लगते हैं।
माता-पिता को यह देखना चाहिये कि उनके बच्चे के पास पैसा कहां से आ रहा है,
वे किसके साथ घूम रहे हैं, क्या कर रहे हैं। गांव की जो भी समस्याएं हैं,
उनसे अधिकारियों को अवगत कराया जावे। थाने पर अपनी शिकायत लिखवाने, अपराध
पंजीबद्ध कराने एवं अन्य किसी भी बात के लिये रूपये न दे। यदि कोई रूपयों
की मांग करता है तो सीधे मुझे बताया जावे। अंत में पुलिस अधीक्षक ने सभी
महिलाओं एवं पुरूषो को शपथ दिलाई कि वे स्वयं शराब का सेवन नहीं करेंगे, ना
ही किसी को करने देंगे। पुलिस अधीक्षक ने सभी को अपने मोबाइल नंबर भी दिये
ताकि ग्रामीण अपनी समस्याओं से उन्हें सीधे अवगत करा सके।
आदिवासियों को समझाया, नशे के दुष्परिणामों के बारे में
दिसंबर 16, 2014
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