मझौली थाना के धुंआडोल में आदिवासी के जमीन से सडक निकालने के प्रयास में सरपंच ने प्रशासनिक अमले का सहयोग लेकर सैकडो वर्ष पूर्व बने घरौंदे को जेसीबी से ढहा दिया। विरोध के लिये एकत्रित हुये आदिवासियों की सरपंच व उनके गुर्गो के अलावा पुलिस ने भी लाठियां बरसाई।
मझौली थाना के मडवास चौकी अन्तर्गत धुंआडोल गांव में कोहराम
सरपंच के इशारे पर तहसीलदार पर कार्रवाई करवाने के लगे आरोप
पुलिस के छुटपुट लाठी चार्ज का फायदा सरपंच के लोगों ने जमकर उठाया और एक आदिवासी को पीट-पीट कर मरणासन्न अवस्था में पहुंचा दिया, जिसे उपचार के लिये जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। घायल आदिवासी की हालत नाजुक बनी हुई है।
समयलाल कोल |
पीडित रामगरीब व उनके पुत्र समयलाल कोल जेसीबी मशीन को रोकने की गुहार लगाने लगा, आदिवासी रामगरीब ठंड के मौसम में कहा सिर छुपायेगा का वास्ता देने लगा, लेकिन तहसीलदार व पुलिस का दिल पसीजने के बजाय और कठोर हो गया। पुलिस ने निहत्थे आदिवासियों पर लाठियां बरसाना शुरु करके घर में रखी जरूरत की सामाग्रियों को बाहर फेंक दिया। जेसीबी मशीन लगाकर घर को नेस्तानाबूत कर दिया। आदिवासियों का आरोप है कि तहसीलदार खुद खडे होकर बाहर फेंकी गई सामाग्री में आग लगवाकर जलवा दिया है। बताया गया है कि इसी दौरान सरपंच व उनके आदमियों ने रामगरीब के पुत्र समयलाल कोल के साथ मारपीट करनी शुरू कर दिया। जिस स्थान पर जेसीबी चलाई गई है वहां न तो कोई सार्वजनिक भूमि है न स्कूल है न सडक सरपंच शासन के योजना को पचाने के लिहाज से सडक का ढांचा खडा कराने में आमदा है। जबकि गांव की अन्य सडके खराब पडी हुई है जिन्हे सुधारने की कोई व्यवस्था नही बनाई जा रही है।