रेलिक रिपोर्टर, बेगमगंज.
गत
रात्रि हुई झमाझम बारिश ने चहुं ओर पानी ही पानी कर दिया, जिससे किसानों
के चेहरे पर खुशी लौट आई। बारिश से किसानों का लाखों रु पया डीजल और बिजली
का बच गया साथ ही, जो नदी नाले सूखने की कगार पर पहुंच गए थे उनमें पानी
पहुंचने से मछलियों सहित पानी के जीव जन्तुओं को जीवन दान मिल गया।
सुबह
शहर ने कोहरे की चादर ओढ़ ली, जिससे वाहनो की रफतार धीमी पड़ गई।
सुबह जब
लोग उठे तो चाहे वह शहर के हो या ग्राम के सभी जगह घने कोहरे की आगोश में
पहुंच चुके थे। कोहरा इतना अधिक था कि उसने वाहनों की रफतार को धीमा कर
दिया। सुबह 8 बजे के बाद कोहरा छटा और दिन भर लोगों को सूरज के दीदार नहीं
हो सके। कोहरे के कारण खेत ऐसे नजर आ रहे थे जैसे धुंआ उठ रहा हो, वहीं फूल
पत्तियों पर भी ओस ने अपनी अलग ही छटा बिखेर रखी थी। घने कोहरे को देखकर
किसान मालिक से लौ लगाए थे कि शीतलहर न चल पड़े नहीं तो फसलों को पाला तुषार
से बचाया नहीं जा सकेगा। सुबह 8 बजे छाया घना कोहरा धीरे धीरे कम हुआ तोे
किसानों ने राहत की सांस ली।
झमाझम बारिश से किसानों की बल्ले बल्ले
दिसंबर 14, 2014
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