जनसंवाद के माध्यम से पुलिस जनता के बीच जाकर एक ऐसा माहौल बनाना चाहती है जिसमें छोटे छोटे मामले स्थानीय स्तर पर आप लोगों द्वारा ही निपटा लिए जाए, क्योंकि किसी भी मामले की जड़ में जब आप जाएगें तो वजह मामूली सी निकलती है लेकिन मामला तूल पकड़कर बड़ा बन जाता है। जिस तरह बरगद का पेड़ जब लगाते है तो बीज छोटा सा होता है लेकिन वह पनप कर बरगद बन जाता है। इसलिए स्थानीय स्तर पर मामले को सुलझाकर हम बड़े मसले बनने से रोक सकते है। इससे जनता व पुलिस के बीच भी विश्वास भी कायम होगा और नगर में प्रशासनिक पकड़ भी मजबूत होगी।
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जनसंवाद कार्यक्रम में संबोधित करते एसपी श्री वर्मा |
यह विचार थाना परिसर में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में नवांगतुक पुलिस अधीक्षक दीपक वर्मा ने व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से घर में रहने वाले सभी लोग एक राय के नहीं होते उसी तरह पुलिस में सिपाही से लेकर एसडीओपी तक आपके यहां है वे भी एकसे नहीं हो सकते। इसलिए इस बात का ख्याल रखें कि यदि आप कोई जानकारी पुलिस को दे रहे है तो उस पुलिस कर्मचारी या अधिकारी को दे जिसपर आपको विश्वास हो। श्री वर्मा ने लोगों से भी जानना चाहा कि नगर में पुलिस व्यवस्था किस तरह चल रही है जिस पर समाज सेवी अरंविद समैया ने कहा कि किसी भी मामले की रिपोर्ट पर पुलिस पहले जांच करे उसके बाद ही प्रकरण कायम करे इस बात का ख्याल रखा जाना जरूरी है। वहीं अकरम पटेल ने कहा कि किसी व्यक्ति पर यदि पांच साल पहले प्रकरण बना और उसमें वह दोष मुक्त हो गया उसका रिकार्ड आपके यहां मौजूद है फिर भी पुलिस चुनाव में या किसी की शिकायत पर बिना जांच करे रिकार्ड के आधार पर प्रकरण बना देती है जो गलत है। एसपी श्री वर्मा ने यकीन दिलाया कि ऐसा आगे नहीं होगा। मंडी उपाध्यक्ष नेतीशरण भार्गव ने शांति समिति सदस्यों की संख्या निर्धारित कर उनकी गरिमा बनाए रखने की बात कही। एसडीओपी गिरीश बोहरे ने कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुती के बाद सभी का परिचय कराया तथा ग्रामीण क्षेत्रो में हो चुके जन संवाद कार्यक्रम की जानकारी दी।