Type Here to Get Search Results !

67वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा का समापन

सीमा खान, भोपाल.
 
ऐ अल्लाह, पूरे आलम से जुल्म, ज्यादती, हैवानियत और रियानियत को खतम फरमा...., ऐ अल्लाह, पूरे आलम में हिदायत की फिजाएं कायम फरमा..., ऐ अल्लाह, पूरे आलम में दीन की हवाएं चला दे..., हम पर फजल-ओ-करम का मामला फरमाकर गुनाहों के रास्ते से निकाल, हमको नेक रास्ते पर चलने वाला बना दे...। 


67वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा का समापन
आलमी तब्लीगी इज्तिमा में दुआ के लिए उठे लाखों हाथ 

7 से 8 लाख लोगों ने मांगी मुल्क की तरक्की की दुआ
 


67वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा के तीसरे और आखिरी दिन मौलाना साद साहब ने जब नम आंखों के साथ यह दुआ की तो इस पर करीब 7 से 8 लाख लोगों ने एक साथ आमीन कहा। अपनी इस दुआ में उन्होंने प्रदेश, देश के साथ पूरी दुनिया की सलामती और तरक्की मांगी। इस दुआ के साथ ही 67 वे आलमी तब्लीगी इज्तिमा का समापन हो गया। दुआ के समय 35 एकड़ में लगाया गया पंडाल सहित आस पास डेढ़ किमी तक मैदान भरा हुआ था। हालत यह थी कि जिसे जहां जगह मिली बैठ गया। पंडाल तो पहले से ही खचाखच भरे हुए थे, सड़कों खेतों और यहां तक की पार्किंग में बैठकर लोगों ने दुआ में शिरकत की। इज्तिमा में इस बार मलेशिया, इंडोनेशिया, श्रीलंका, नेपाल, यूक्रेन आदि से करीब एक हजार जमाती भी आए थे। दुआ के पहले लाखों के मजमे को खिताब करते हुए मौलाना साद साहब ने दीनी बयान फरमाया। उन्होंने कहा कि बच्चें को दीन सिखाओ, ताकि वह दीनदार बन सके। उन्होंने कहा कि आज मोबाइल दीन के काम में रुकावटें पैदा कर रहा है। 

अब देश भर में जाएंगी जमाअतें

इज्तिमा के समापन के बाद यहां से देश भर के लिए चिल्ले और चार महिने की जमाअतें रवाना होना शुरु हो गई। सोमवार को इज्तिमा स्थल पर ही यह जमाअतें ठहरी रहीं। मंगलवार से इन जमाअतों का तब्लीग के काम से राजधानी होते हुए देश के विभिन्न शहरों के लिए निकलना शुरु हो जाएगा। इन जमाअतों में तब्लीग का काम करने के लाखों जमाती शामिल हैं। 


काबिले तारीफ रहे ट्रैफिक के इंतजामात
इज्तिमा कमेटी के वालंटियर्स और यातायात पुलिस द्वारा इज्तिमा में आने और दुआ के बाद वापस जाने के लिए यातायात व्यवस्था इतनी बेहतरीन थी कि इज्तिमा में शिरकत करने जाने वाले दो पहिया और चारपहिया वाहन चालकों को भी कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। योजना के मुताबिक एक-एक करके इज्तिमा स्थल की पार्किंग से वाहनों को छोड़ा गया। जिससे एक साथ सड़कों पर अफरा-तफरी के हालात न बन सके। रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड और भोपाल टाकीज से लेकर इज्तिमागाह तक हजारों की संख्या में वांलटियर्स यातायात व्यवस्था संभाले हुए थे। 


महाराष्ट्र, आंध्र और गुजरात से सबसे ज्यादा जमाअतें
इज्तिमागाह में अब तक तकरीबन 8 लाख जमाती पहुंचे। इनमें हजारों की संख्या में महाराष्ट, आंध्रप्रदेश और गुजरात की जमाअतें के साथ लाखों जमाती इज्तिमा आए थे। जबकि विदेशी जमाअतें शुक्रवार की शाम ही इज्तिमा स्थल पहुंच चुकी थी। लाखों की तादाद में भोपाल और अतराफ के इलाकों से आए लोगों ने भी इज्तिमा में शिरकत की। 


विदेशी जमाअतों ने भी की शिरकत
शुक्रवार की शाम से ही इज्तिमा स्थल पहुंच चुकी विदेशी जमाअतें मंगलवार को यहां से निकलकर शहर आएंगी और यहां तब्लीग का काम करेंगी। इसके बाद वह अन्य शहरों की तरफ रवाना होंगी। इज्तिमा में भारत के हर इज्तिमा राज्य और अमेरिका, रूस, अफगानिस्तान, इंडोनेशिया, मलेशिया, श्रीलंका, चीन, तंजानिया आदि देशों से जमातें पहुंची थीं। 


दिखी गंगा जमुनी तहजीब
इज्तिमा में तीनों दिन गंगा-जमुनी तहजीब की झलक देखने को मिली। इज्तिमा की तरफ आने-जाने वाले रास्तों पर जगह-जगह लोगों ने टेंट लगाकर इज्तिमा में शिरकत करने वालों का सभी धर्मों के लोगों ने पुष्पहारों से स्वागत किया। वहीं जगह-जगह स्टाल लगाकर पानी पिलाया। इसके अलावा र्इंटखेड़ी में लोगों ने अपने घरों में इज्तिमा में आए लोगों को गाड़ी खड़ी करने के लिए जगह दी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.