रेलिक रिपोर्टर, बेगमगंज.
मप्र
स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में जनपद पंचायत के सभागार में रात्रि के समय
कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया ।
सीईओ आरएन गुप्ता ने मंचासीन कवियों का
फूल माला पहनाकर स्वागत किया। कवि सम्मेलन में मप्र के विकास की बात कवि
संतोष अवस्थी ने इस प्रकार कही- हर चेहरे पर खुशियों की लाली, मेरे मप्र की
बात निराली, कवि सुरेश नायक ने मर्यादा में व्यापकता को इस प्रकार कहा
सागर के खारेपन से अच्छा है, कूप का मीठा जल हो जाना, धनसिंह कुश्वाहा ने
घूम्रपान के निषेध की बात इस प्रकार कही कही मौरी भैया एक मानलो बीड़ी ने पी
है ऐसी ठान लो। सम्मेलन के सूत्रधार कवि प्रदीप सोनी शून्य ने मप्र के लिए
प्रार्थना की आंगन में उड़े प्यार की रंगीन तितलियां, चमकें न कहीं
सम्प्रदाय की बिजलियां, गीतकार लोकेश उपाध्याय ने अपने गीत में बलिदान को
सौभाग्य इस तरह बताया करोड़ों वीर आतुर है वतन पर जान देने को तिरंगे का कफन
लेकिन सबको नहीं मिलता। शायर अब्दुल गनी नुसरत ने मप्र की विशेषता इस तरह
पक्ंितयों में व्यक्त की सारे भारत को देता प्यार सबको ये संदेश मिलजुल कर
जहां रहते है वह मप्र। अन्य कवियों में महेश प्रसाद रजक, लक्ष्मणसिंह
गुर्जर ने भी काव्य पाठ किया।
मप्र स्थापना दिवस की रात्रि में हुआ कवि सम्मेलन
नवंबर 02, 2014
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