रेलिक रिपोर्टर, नई दिल्ली.
यह चौंकाने वाला आंकडा हो सकता है, कि भारत में फेसबुक के यूजर्स तो तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन कंपनी को कमाई बढ़ने के बजाय घट रही है। आलम यह है कि, कंपनी अभी तक 100 करोड के जादुई आंकडे को नही छू सकी है।
फेसबुक यूजर्स तो बढे, लेकिन घट रही है कमाई
गौरतलब होगा कि, फेसबुक के मुखिया मार्क जुकबरर्ग पिछले महीने जब पहली बार भारत आए तो उन्होंने भारत को अपने प्राथमिकता वाले बाजार में बताया था। इससे पहले जुलाई में कंपनी की मुख्य परिचालन अधिकारी शेरिल सैंडबर्ग ने भी कहा था कि देश में कंपनी सही राह पर आगे बढ़ रही है। इसके ठीक उलट दुनिया की इस प्रमुख सोशल मीडिया कंपनी के प्रमुख अधिकारियों के दावे कंपनी के वित्तीय आंकडों से मेल नहीं खाते।
बीते साल 97.65 करोड ही रहा कारोबार
भारत में फेसबुक के 10 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं, लेकिन भारतीय इकाई फेसबुक इंडिया आॅनलाइन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के लिए उपभोक्ताओं का इतना बड़ा आकार कोई फायदे का सौदा साबित नहीं हो पा रहा है। वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान कंपनी का सालाना कारोबार महज 97.65 करोड़ रुपये रहा, जो तीन अंकों के जादुई आंकड़े को छूने से दूर ही रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी पंजीयक को दी गई जानकारी के अनुसार कंपनी ने 75.64 करोड़ रुपये की कमाई की थी। बावजूद कंपनी ही कहती है कि, कंपनी का मुनाफा घटा है।
चौंकाने वाले ढंग से घट रहा है फेसबुक का मुनाफा
वित्त वर्ष 2014 के दौरान फेसबुक का शुद्घ लाभ अचानक घटकर 1.21 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष के दौरान 9.6 करोड़ रुपये का शुद्घ लाभ अर्जित किया था। कंपनी ने 7 मई, 2010 को भारत में पंजीकरण कराया था। इस दौरान कंपनी के राजस्व की वृद्घि भी सुस्त पड़ी है। वित्त वर्ष 2014 के दौरान राजस्व में पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 29 फीसदी से ज्यादा की बढ़त दर्ज की, जबकि वित्त वर्ष 2013 में वित्त वर्ष 2012 की तुलना में राजस्व में 67.86 फीसदी की तेजी आई थी।
फेसबुक के मुकाबले गूगल की बढ़त जारी
फेसबुक के चीफ क्रिएटिव आॅफिसर मार्क डी आर्की बीते दिनों भारत आए थे तो भारतीय कंपनियों को फेसबुक के साथ अपनी विज्ञापन रणनीति बनाने की पेशकश की थी और कहा था कि वे इसे महज सोशल नेटवर्किंग तक ही सीमित न करें। इसके मुकाबले गूगल की भारतीय इकाई गूगल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2014 के दौरान 3,050.69 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, जिसमें पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 47 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। हालांकि शुद्घ मुनाफे में भी कुछ कमी आई जो 2014 में 131.35 करोड़ रुपये रहा, जबकि उससे पिछले वित्त वर्ष में यह 139.31 करोड़ रुपये था।