रेलिक रिपोर्टर, शाहजहांपुर.
अरबी
फारसी मदारिस एसोसिएशन की जानिब से देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना
अबुल कलाम आजाद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया
गया। आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुये
शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने पर बल दिया। मुख्य वक्ता डा. रवि मोहन ने कहा कि
देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयन्ती पर सभी को
शैक्षिक गुणवत्ता बढाने का संकल्प लेना चाहिये। उन्होंने कहा कि आज अनेक
स्कूल, कालेज, मेनेजमेन्ट कालेज, शिक्षा एवं प्रशिक्षण देकर देश के युवाओ
को रोजगार से जोड़ने का काम कर रहें है।
देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया
सपा नेता हाजी आरिफ हुसैन पप्पू
ने कहा कि आज समाज में शिक्षा तो हासिल की जा रही है मगर नैतिकता का अभाव
है इस दिशा में शिक्षा के नीतिकारो को अधिक गंभीर प्रयास करने की आवश्यकता
है। अरबी फारसी मदारिस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष इकबाल हुसैन उर्फ फूल
मियां ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद के चिंतक, विचारक और राजनीतिज्ञ थे।
उन्होंने कहा कि आज शिक्षा तो दी जा रही है मगर लोगो को ईमानदारी का पाठ
नही सिखाया जाता यही वजह है कि देश में शिक्षा के प्रति लोगो का नज़रिया
काफी पिछड़ा हुआ है। सपा नेता सैयद रिजवान ने कहा कि आज के दिन पर सभी
शिक्षको और शिक्षार्थियों को यह संकल्प देना चाहिये कि हम शिक्षा इस
उद्देश्य से प्राप्त करेगें कि जिससे देश की उन्नति के साथ ही समाज का
उत्थान किया जा सके।
गोष्ठी में हाजी रिजवान खां, अशफाक हुसैन, मुईन
खां, राशिद हुसैन राही, याकूब कुरैशी, साजिद अली खाँ, मोहम्मद ममनून, इजहार
हसन, मुबीन खां, हाफिज़ मोहम्मद, जाहिद, शारिक अली खां, सबिया सुल्ताना,
नाहीद, तमहीद, इरम, आसिम अली, मुख्तार अहमद, निफासद अली, मुजाहिद खां आदि
मौजूद रहे।
मौलाना आजाद ने दी शिक्षा को एक नई दिशा
नवंबर 11, 2014
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