रेलिक रिपोर्टर, नई दिल्ली.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तालिबान आतंकियों के निशाने पर हैं। वाघा बार्डर पर धमाका करने के बाद सुर्खियों में आए तालिबानी आतंकी समूह तहरीक-ए-तालिबान-पाकिस्तान-जमात-अहरार (टीटीपी-जेए) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी दी है। गौरतलब होगा कि, टीटीपी-जेए ने ही वाघा बॉर्डर पर हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है। रविवार को हुए इस धमाके में 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
धमकी मिलते ही खुफिया एजेंसियां सतर्क और हाई लेवल पर रणनीतिक तैयारी
तालिबानी आतंकी समूह के प्रवक्ता अहसानुल्लाह अहसान ने ट्विट किया है कि, आप (मोदी) ने सैकड़ों मुस्लिमों की हत्या की है। हम कश्मीर और गुजरात के निर्दोष मुसलमानों का बदला लेंगे। तालिबान की धमकी के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियां चौकस हो गई हैं।
जिहादी गुटों के जरिए भारत पर हमले की फिराक में तालिबान
पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी इलाके में टैनिंग के बाद सक्रिय जिहादी संगठन लंबे समय से भारत में हमले की कोशिश में हैं। खुफिया एजेसियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बारे में पहले ही बता चुकी है। पाकिस्तानी तालिबानी आतंकियों को भारत मे सक्रिय आतंकी संगठनों का सहयोग भी मिल रहा है। इंडियन मुजाहिदीन की एक शाखा, जिसका नेतृत्व पाकिस्तानी शहर करांची में रह रहा रियाज शाहबांद्री और मोहम्मद अहमद जरार सिद्दीबापा कर रहा है, का अल-कायदा में पहले ही विलय हो चुका है। इसके अलावा खुफिया एजेंसियों के अनुसार इंडियन मुजाहिदीन की एक अन्य शाखा अन्सार-उल-तवाहिद भी टीटीपी-जेए के शिविरों में प्रशिक्षण दे रहा है।
पाकिस्तान से बातचीत कर रहे हैं आतंकी संगठन
पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी हिस्से में तालिबान के कई हिस्से हैं, जो खून खराबा में लगे हुए हैं। इसके साथ ही पिछले कुछ समय से कई संगठन पाकिस्तान सरकार से शांति-वार्ता भी कर रहे हैं। चिंता की बात यही है कि, ऐसे तालिबानी संगठन, जिन्हें भारतीय आतंकी संगठनों को सहयोग प्राप्त है, वे अब भी बातचीत से दूर हैं और आतंकी गतिविधियों में अधिक सक्रिय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी देने वाले संगठन टीटीपी-जेए का नेतृत्व मौलाना कासिम के हाथ में है, जिसकी सितंबर में स्थापना हुई है। कासिम ने ही तहरीक-ए-तालिबान और पाकिस्तान सरकार के बीच बातचीत का विरोध भी किया था।