पिछले दिनों मुंबई से कांग्रेस नगरसेवक समीर देसाई के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस का एक और नगर सेवक पंजे में कमल थामने के लिए उत्सुक है। समीर देसाई की तरह इस नगरसेवक पर भी विधानसभा में कांग्रेस विरोधी काम करने का आरोप है। दिंडोशी विधानसभा के वार्ड 35 के नगरसेवक भौम सिंह राठोड पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सवाल - जवाब से बचने के लिए चुनाव परिणाम के बाद से ही राजस्थान में डेरा डाले बैठे है। वहीं से भाजपा में जाने का रास्ता बना रहे है।
कांग्रेस नगरसेवक समीर देसाई |
लोकसभा के बाद विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की हवा में सिर्फ मतदाता ही नहीं बल्कि कांग्रेसी भी बहने लगे थे, इन्ही में उत्तर पश्चिम जिले के दो कांग्रेसी नगरसेवक भी शामिल थे। गोरेगावं विधानसभा से समीर देसाई और दिंडोशी से भौम सिंह राठोड। पार्टी सूत्रों के अनुसार इन लोगों ने खुले आम भाजपा उम्मीदवारों का प्रचार किया। चुनाव परिणाम बाद कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ताओं ने विरोध किया तो, इनके पास पार्टी छोड़ने के आलावा कोई और रास्ता नहीं बचा। समीर देसाई ने तो, पहले ही भाजपा का दामन थाम लिया, जबकि भौम सिंह राठोड जाने की तैयारी में है। समीर देसाई पूर्व केंद्रीय मंत्री गुरुदास कामत के भांजे है। जानकारी के अनुसार भौम सिंह राठोड के परिवार के अन्य सदस्य राजस्थान में भाजपा से जुड़े है। इन्ही भाजपाई परिवार का जुगाड़ लगाने राठोड फिलहाल राजस्थान में जमे है। पार्टी सूत्रों के अनुसार राठोड अगला मनपा चुनाव भाजपा से लड़ना चाहते है। उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस उम्मीदवार गुरुदास कामत के खिलाफ कार्य किया था। पार्टी ने कामत की हार को मोदी लहर मान कर राठोड की शिकायत नहीं की। यही वजह कि, उन्होंने अपने बढे मनोबल के साथ खुलकर कांग्रेस के खिलाफ कार्य किया। इस सम्बन्ध में राठोड से बात करने की कोशिश की गई , लेकिन राजस्थान में होने की वजह से उनसे बात नहीं हो सकी।