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सबसे आगे नेहा, संगीता, प्रियंका, दीपिका, उपासना और दीपा

रेलिक रिपोर्टर, भोपाल.

‘प्रदेश की बिटिया दौडेगी तभी तो प्रदेश दौड़ेगा’ का संकल्प लिए हजारों बालिकाओं ने मध्यप्रदेश स्थापना दिवस 1 नवंबर पर 10 किमी मैराथन में फर्राटा भरा। इसमें पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवे और छठवें स्थान पर रहने वाली बालिकाओं को दस, आठ, छह, चार, दो और एक हजार रूपये की राशि के चेक प्रदान किए गए। 

भोपाल में बालिका मिनी मैराथन‘बिटिया दौडेगी-प्रदेश दौडेगा’ का संकल्प लिए भोपाल में बालिका मिनी मैराथन
 
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर 10 किमी मैराथन में 300 बालिकाओं ने भरा फर्राटा 


इनमें भोपाल के लिए निर्धारित 6 पुरस्कारों में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की नेहा प्रथम, संगीता यादव द्वितीय, प्रियंका पटेल तृतीय, भोपाल की दीपिका यादव चतुर्थ, राज्य खेल अकादमी की उपासना पाण्डे पांचवे और दीपा को छठवें स्थान के लिए पुरस्कृत किया गया। इसी तरह प्रदेश के जिलों के लिए घोषित पुरस्कारों में प्रथम स्थान के लिए ग्वालियर की अंजली तोमर, द्वितीय स्थान के लिए सागर की मीनाक्षी राघव, तृतीय कटनी की राजकुमारी पटेल, पांचवें स्थान पर ग्वालियर की शालिनी दीक्षित तथा छठवें स्थान पर रहने वाली सीहोर की बसकन्या सूर्यवंशी को पुरस्कृत किया गया। 

भोपाल में बालिका मिनी मैराथन
सातवे और आठवें स्थान की बालिकाओं को विशेष पुरस्कार
बालिका मिनी मैराथन में शामिल बालिकाओं के उत्साह को देखते हुए खेल संचालक उपेन्द्र जैन ने दोनों वर्ग में सातवें एवं आठवें स्थान पर रहने वाली चार बालिकाओं को पांच-पांच सौ रूपयों की सम्मान निधि के विशेष पुरस्कार की घोषणा की और चेक भेंट किए। इनमें राज्य खेल अकादमी भोपाल की इनु बिसेन, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) भोपाल की आरती यादव, खरगौन की सीमा अवासे और ग्वालियर की रिया परिहार शामिल है। मिनी मैराथन में भोपाल सहित प्रदेश के सभी जिलों की लगभग साढ़े तीन सौ बेटियां शामिल हुई।

भोपाल में बालिका मिनी मैराथन
झंडी दिखाने के साथ ही शुरु हो गई मैराथन
टीटी नगर स्टेडियम में प्रात: 7.30 बजे संचालक खेल और युवा कल्याण उपेन्द्र जैन ने झण्डी दिखलाकर मिनी मैराथन का शुभारंभ किया। इस मौके पर खेल संचालक ने बताया कि स्थापना दिवस के अवसर पर बालिकाओं की ‘मिनी मैराथन’ का यह पहला आयोजन है। इसकी मूल भावना है कि जब प्रदेश की बेटियां दौड़ेंगी तभी तो प्रदेश दौड़ेगा। उन्होंने कहा कि हार-जीत तो चलती रहती है, लेकिन मिनी मैराथन को पूरा करना किसी जीत से कम नहीं है। इस अवसर पर ओलम्पियन एवं अर्जुन अवार्डी अशोक ध्यानचंद, अर्जुन अवार्डी जीएल यादव, अपर कलेक्टर विकास मिश्रा, संयुक्त संचालक खेल डॉं. विनोद प्रधान सहित अन्य अधिकारी, खेल प्रशिक्षक एवं खिलाड़ी मौजूद थे।

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