रेलिक रिपोर्टर, शाहजहांपुर.
दीपावली आने के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गये है। ड्रग इंस्पेक्टर उर्मिला वर्मा ने अचानक तहसील जलालाबाद के मुख्य चौराहे पर स्थित दुर्गा मेडिकल स्टोर पर छापा मार दिया, जिससे नगर के बाकी मेडिकल स्टोर बंद हो गये। इस मेडिकल स्टोर पर पिछले महीने भी छापा मारा गया था, लेकिन सीएचसी पर जाकर सुविधा शुल्क लेकर कोई कार्यवाही नहीं की गयी थी।
तहसील जलालाबाद में छापे की कार्यवाही से मेडिकल स्टोर मालिकों में मचा हडकंप
नगर के कई मेडिकल स्टोरों पर प्रतिबंधित दवाईयों तथा नशीले इंजेक्शन की बिक्री बडे पैमाने पर की जाती है, जिसकी कई बार तहसील दिवस पर भी शिकायत की जा चुकी है। बावजूद औषधि निरीक्षक केवल खाना पूर्ति करके सुबिधा शुल्क लेकर वापस लौट जाते है। नगर के मुख्य चौराहे पर नशेडियो को मेडिकल स्टोरों पर मंडराते देखा जा सकता है। इन मेडिकल स्टोरों पर नशीले इंजेक्शन बेचे जाते है।
कुछ मेडिकल स्टोर प्रतिबंधित इंजेक्सन कम्पोज, मार्फीन, फिनार्गन, फोर्टविन, एविल आदि तथा अल्पाक्स, ट्राइका, विलियम टेन, प्राक्सीवान आदि दवाईया खुले आम बेच रहे हैं। यह इंजेक्शन तथा दवाइयाँ पांच दस रूपए में मिलते है, लेकिन नशेड़ियों को एक इंजेक्शन पचास रूपए में बेची जा रही है।
उर्मिला वर्मा ने जब मेडिकल स्टोर पर छापा मारा तो उनसे कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो मैडम ने कहा अभी डिस्टर्ब मत करो हमको काम करने दो। बाद में जब फोन पर पूछा गया तो बताया कि दो कास्मेटिक का नमूना लिया गया है तथा कुछ दवाइयों का बिल नहीं मिलने के कारण उनको भी साथ ले गयी है। इस छापेमारी की कार्यवाही को देख बाकी मेडिकल स्टोर स्वामी स्टोर को बंद कर भाग गए।
ड्रग इंस्पेक्टर की छापामारी होते ही भागे मेडिकल स्टोर संचालक
अक्तूबर 13, 2014
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