विजय यादव, मुंबई.
अबतक
क्रिकेट जैसे खेल में किसी की जीत तो, किसी की हार का गवाह बनने वाला
मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम शुक्रवार की शाम महाराष्ट्र के बदलते राजनीतिक
गेम का चश्मदीद बना। कभी क्रिकेट के चौके-छक्कों पर शोर मचाने वाली भीड़
अपने नेताओं के समर्थन में नारे लगाती दिखी। मौका था महाराष्ट्र के नए
मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह। महाराष्ट्र के इतिहास का यह पहला अवसर था,
जब किसी नई सरकार के सपथ समारोह को वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित किया गया।
शायद यह बदलती सियासत का नया खेल है, जो सीधे क्रिकेट के मैदान से शुरू
हुआ। टीम के कैप्टन ( मुख्यमंत्री) देवेन्द्र फडणवीस सहित कुल 10 प्लेयरों
( सदस्यों ) को राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने पद और गोपनीयता की शपथ
दिलाई। 7 कैबिनेट और 2 राज्य दर्जे के मंत्री। यानी क्रिकेट टीम से सिर्फ
एक संख्या कम। कैबिनेट मंत्री के रूप में एकनाथ खडसे, सुधीर मुनगंटीवार,
विनोद तावड़े, प्रकाश मेहता, चंद्रकांत पाटील, पंकजा मुंडे व विष्णु सावरा।
राज्य मंत्री के रूप में दिलीप कांबले व श्रीमती विद्या ठाकुर को शपथ
दिलाई गई। महाराष्ट्र
के इस नए राजनीतिक खेल की पहली पारी को देखने देश के तमाम उद्योगपतियों के
साथ-साथ धर्मगुरु और फिल्मी सितारे भी मौजूद रहे।
कुल 3500 लोगो की भीड़
में भाजपा शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र की राजनीति के
वह तमाम पुराने खिलाडी उपस्थित थे, जिन्होंने सियासत के कई बदलते खेल देखे
है।
छगन भुजबल, पृवीराज चव्हाण, आरआर पाटील, प्रफल्ल
पटेल, अजित पवार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, रामदास आठवले आदि। खबर थी
कि, शिवसेना इस पुरे कार्यक्रम से अपने को दूर रखेगी, लेकिन आखिरी वक्त में
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और नवनियुक्त मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के फोन
के बाद खबर आई कि, उद्धव ठाकरे अपनी पत्नी रश्मि ठाकरे के साथ वानखेड़े
पहुँच रहे है। फिलहाल शिवसेना को मंत्रिमंडल से बाहर रखा गया है, लेकिन इस
पूरे खेल के आखिर में उद्धव ठाकरे की उपस्थिति से यह साफ हो गया है कि,
मंत्रिमंडल की अगली खेप में शिवसेना की हिस्सेदारी हो सकती है।
खेल के मैदान से राजनीति की बैटिंग...!
अक्तूबर 31, 2014
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