जिला सत्र न्यायाधीश बालकृष्ण जाटव ने 6 दिसम्बर को होने वाली नेशनल एवं वृहद लोक अदालत को लेकर पिछली लोक अदालत की तरह इस बार भी प्रदेश में बेगमगंज का नाम रोशन करने का आव्हान करते हुए कहा कि 50 न्यायालयो में से बेगमगंज तीसरे नम्बर पर रहा था। उच्च न्यायालय में प्रंशसा होती है कि अभिभाषक इतने संवेदनशील है कि जो स्वयं आगे आकर छोटे बड़े मामलों में आपसी राजीनामा कराकर लोगों के दिलों का मन मुटाव दूर करते है।
न्यायाधीश विश्राम कक्ष का उदघाटन करते जिला न्यायाधीश |
उन्होने कहा कि वह चाहते है कि इस बार भी बेगमगंज का नाम प्रदेश की टाप टेन सूची में आए ताकि इस क्षेत्र में एक मिसाल बन जाए। मौजूद सभी अभिभाषकों एवं अधिकारियों से आव्हान किया कि वह अपने अपने क्षेत्र से संबंधित प्रकरणों का अधिक से अधिक लोग अदालत में लाकर निराकरण कराएं।
इससे पहले जिला न्यायाधीश का बेगमगंज पहुंचने पर स्वागत किया गया। इस अवसर पर जिला सत्र न्यायाधीश बालकृष्ण जाटव ने सिविल न्यायाधीश वर्ग 2 के विश्राम कक्ष का उदघाटन फीता काटकर किया। अपर सत्र न्यायाधीश कमल जोशी, प्रथम श्रेणी न्यायाधीश सपना पोर्ते, द्वितीय श्रेणी न्यायाधीश चन्द्रसेन मोबेल, एसडीएम डीके सिंह, तहसीलदार एसएल शाक्या, टीआई अरविंदसिंह रघुवंशी, वन परिक्षेत्र अधिकारी एके झवर, नगर पालिका से अशोक श्रीवास्तव, विद्युत विभाग इत्यादि के अधिकारियों की बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा की।