नगर की स्टेट बैंक कालोनी मे खाली पड़े प्लाट पोखर बन गए है, सड़ता पानी, पनपते हजारों लाखों मच्छर और फैलती बीमारी ने घर घर मरीज पैदा कर दिए है। यहां के बांशिदे शिकायते कर करके परेशान है और सुनने वाला कोई नहीं।
एसबीआई कालोनी में खाली प्लाट बने पोखर |
वार्ड 2 स्टेट बैंक कालोनीवासी अपने आस पास खाली पड़े प्लाटों में साल भर से भरे पानी और रेस्ट हाऊस के पीछे से होकर निकले गंदे नाले के पानी जमा होने से बहुत परेशान है। बारहमासी बहने वाले नाले से रेस्ट हाऊस एवं उसके पीछे निवासरत लोगों के गटर का पानी एकत्रित होकर आता है जिसमें मल मूत्र होने से बदबू फैल रही है। कालोनीवासियों का कहना है कि, नगर पालिका द्वारा उनसे हाऊस टैक्स, समेकित कर की वसूली तो बराबर की जा रही है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर शून्य है। इस कालोनी में क्रांकीट मार्गो का निर्माण पार्षद ने वहां कराया है जहां जरुरत नहीं है। यहां के बांशिदों ने बताया कि पिछले एक साल में दो दर्जन से ज्यादा आवेदन नगर पालिका प्रशासन सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपे जा चुके है लेकिन गंदे नाले और यहां जमा पानी खत्म किए जाने के संबध में कार्रवाई नहीं होने से निराश होकर मानव अधिकार आयोग को आवेदन देकर मुसीबत से छुटकारा दिलाने की मांग की है।
हो चुकी है डेंगू से छात्रा की मौत
पिछले पखवाड़े एसबीआई कालोनी से लगे श्यामनगर में दो बच्चों को डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। दो दिन पूर्व गढ़ोईपुर मोहल्ले में सेंट थामस कान्वेंट की कक्षा आठ की छात्रा रागिनी पटेल को तेज बुखार की शिकायत होने पर प्रायवेट चिकित्सक के उपचार के बाद अचानक उसकी मौत होने से हड़कंप मच गया, लेकिन प्रशासनिक अमला अभी भी नहीं चेता है। दूसरी ओर, मुख्य नगर पालिका अधिकारी भैयालाल सिंह का कहना है कि निजी प्लाट पर सफाई कराने का प्रावधान नहीं है, जिसका प्लाट है उसको कराना चाहिए। नगर में स्वच्छता अभियान चल रहा है।