रेलिक रिपोर्टर, बेगमगंज.
अतिरिक्त जिला न्यायाधीश कमल जोशी ने कहा है कि कई आपदाए माहमारी का रूप ले लेती है। आज मानव प्रकृति के नियमों में छेड़छाड़ कर अपदाओं को बुलावा दे रहा है। हमें चाहिए कि हम स्वच्छता पर ध्यान दे अपने परिसर को साफ सुथरा रखें। गंदगी से कई बीमारियां आपदा और माहमारी का रूप ले लेती है।
आपदा विषय पर आयोजित साक्षरता शिविर को संबोधित किया अपर जिला न्यायाधीश कमल जोशी ने
आज लोग पहाड़ों को काटकर अतिक्रमण कर रहे है, जिससे भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है। कई तरह की गैसों से गर्मी बढ़ती है जिसके कारण ग्लेशियर पिघलते है और अथाह पानी बहता है। हमनें नदियों जलाशयों को भी अतिक्रमण की चपेट में लिया है उनके रास्तों में गंदगी फैला दी है, जिसके कारण नदियोंमें उफान आने से आपदाएं महामारी का रूप ले रही है।
न्यायाधीश जोशी न्यायालय परिसर में आयोजित आपदा विषय पर आयोजित साक्षरता शिविर में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि, 2 अक्टूबर से स्वच्छता अभियान शुरू किया गया। हमें हर चीज में स्वच्छता रखना चाहिए। इस अवसर पर वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी आपदाओं के बारे में प्रकाश डालते हुए उनसे बचने के उपाय बताए गए। इस अवसर पर व्यवहार न्यायाधीश सपना पोर्ते, एसडीओपी गिरीश बोहरे, तहसीलदार एसएल शाक्या, सीईओ आरएन गुप्ता, टीआई अरविंद सिंह रघुवंशी, बीएमओ जितेन्द्र चौधरी सहित कई वकील और समाजसेवी मौजूद थे।
प्रकृति से छेड़छाड़ के नतीजे में आती हैं महामारी जैसी आपदाएं
अक्तूबर 17, 2014
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