रेलिक रिपोर्टर, देहरादून.
उत्तराखंड के राज्यपाल अजÞीजÞ कुरैशी ने समाज में कैंसर रोग की रोकथाम के लिए समेकित प्रयासों की जरूरत बताई है। शुक्रवार को राजभवन के प्रेक्षागृह में ‘‘कैंसर पर विजय-एक प्रयास’’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए उन्होंने गुमनाम बेसहारा गरीबों को कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज पर होने वाले व्यय को सरकार द्वारा वहन किये जाने की बात कही, इसके लिए बकायदा संसद में कानून पास कराया जाना चाहिए ताकि साधनहीन गरीब के दर्द को कम किया जा सके।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कैंसर की रोकथाम के लिए जागरुकता और त्वरित उपचार पर जोर दिया
उत्तराखंड के राज्यपाल अजीज कुरैशी ने भी कैंसर पर विजय एक प्रयास संगोष्ठी में दिया संदेश
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि तम्बाकू उत्पादों पर सैस लगाने का प्रस्ताव बनाया जाएगा। जिलों में कैंसर डिटेकेक्शन सेंटर प्रारम्भ करने की दिशा में भी काम किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्व. जोगेंद्र स्वरूप का स्मरण करते हुए कहा कि इतना मिलनसार व उत्साही व्यक्ति अचानक हमारे बीच से चला जाएगा, विश्वास ही नहीं होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंसर डर पैदा करता है हमें इसी डर को खत्म करना होगा। 80 से 90 प्रतिशत कैंसर के मामलों मे इलाज सम्भव होता है यदि समय से इसका पता चल जाए। सीएम ने एचएनबी उत्तराखण्ड मेडिकल एजुकेशन यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. एमसी पंत को इसके लिए रोड़मैप तैयार करने का आग्रह किया।
उत्तराखंड चिकित्सा विवि के कुलपति डा एमसी पंत ने बताया कि समय पर उपचार से कैंसर रोग साध्य है। कैंसर रोग का प्रारम्भिक अवस्था में पता लगने पर दो-तिहाई कैंसर ठीक हो सकते हैं, लेकिन जन-मानस में जागरूकता न होने के कारण लोग ज्यादातर चौथी अवस्था में चिकित्सक के पास पहुंचते हैं, जिसके रोग का ठीक होना मुश्किल हो जाता है। इस अवसर पर प्रदेश के कृषि एवं स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री हरक सिंह रावत, दयानन्द शिक्षण संस्थान कानपुर के मानवेन्द्र स्वरूप, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. कुलदीप दत्ता, डा. एके जैन, डा. मुकेश कुडियाल, डा. एस.फारूख, डा. एसके सिंह, डीएवी के प्राचार्य देवेन्द्र भशीन एवं प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित थे।
तंबाकू उत्पादों पर उत्तराखंड में लगाया जाएगा सेस
अक्तूबर 17, 2014
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