अच्छी फसल लेने के लिए खाद का होना जरूरी है लेकिन किसानों को खाद नही मिल रही है, जिससे किसान परेशान है। वेयर हाऊस पर लम्बी लम्बी कतारे किसानों की सुबह से लगी रहीं, लेकिन उन्हें डीएपी और ग्रोमोर खाद नहीं मिली। सिर्फ यूरिया मिली, वह भी ऊंट के में जीरे के समान प्रत्येक किसान को दो-दो बोरियां दी गई। वेयर हाऊस पर मात्र ढेड़ सौ बोरी यूरिया ही उपलब्ध थी, लेकिन लेने वाले किसानों की संख्या दो सौ से ज्यादा होने से किसान को मात्र दो दो बोरियों दी गई। शेष किसान लाइन में लगे लगे परेशान होकर यह कहते हुए वापिस हो गए कि अच्छे दिन आ गए है।
खाद लेने के लिए लगी किसानों की लंबी लाइन |
सोसायटियों में अगले पंद्रह दिन में भी खाद पहुंचने के आसार नहीं
क्षेत्र में किसानों के लिए यूरीया, डीएपी, ग्रोमोर की लगभग 30 टन से अधिक की जरूरत है। अभी मात्र 72 टन यूरीया एवं 34 टन डीएपी जिले से आया है, जिसमें से 30 टन डीएपी सोसायटियों को भेज दिया गया। मात्र चार टन किसानों को वेयर हाऊस से प्रदान किया गया। जबकि वेयर हाऊस से 5-5 सौ टन तीनों तरह के खाद के आवंटन की मांग की गई थी।
वेयर हाऊस में यूरीया का नाम मात्र का स्टाक |