राम बिहारी पांडे, सीधी.
चुरहट थाने के सेमरिया चौकी में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक चौकी के शौचालय कक्ष में घुसकर फांसी का फंदा बनाकर लटक गया। जानकारी मिलने के 4 घंटे बाद पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों ने पूछताछ की। नतीजे में सुबह करीब 10:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक शव झूलता रहा। दूसरी ओर, चौकी प्रभारी ने किसी को भी घटनास्थल तक जाने से रोक दिया, जिससे कुछ भी पता नहीं चल सका।
चुरहट थाना के सेमरिया चौकी में आत्महत्या पर चौकी प्रभारी की भूमिका संदिग्ध
घटना के बाद उमड़ पड़ा जनसैलाब, लेकिन पुलिस अफसर पहुंचे 4 घंटे बाद
जानकारी के अनुसार प्रधान आरक्षक-356 इन्द्र बहादुर सिंह पिता मनफेर सिंह उम्र 47 वर्ष निवासी उडैसा पुलिस चौकी पथरौला की भर्ती पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर हुई थी। काफी दिनों तक पुलिस लाईन सीधी में रहने के बाद प्रमोशन प्राप्त कर 17 अगस्त 2014 को पुलिस चौकी सेमरिया में पदस्थ किया गया था। आज सुबह तकरीबन 8 बजे सहयोगी पुलिसकर्मियों के साथ चाय नाश्ता किया और बाथरूम चला गया। इसके बाद किसी ने खोज खबर नही ली। जब सेमरिया चौकी प्रभारी बल्देव सिंह मुजाल्दा लगभग 10 बजे के आसपास बाथरूम गये और बाथरूम का दरवाजा खुलने के बाद जो नजारा देखा तो उनके होश उड गए। सामने प्रधान आरक्षक का शव खिड़की की ग्रिल से लटका था। सूचना मिलते ही तहसीलदार चुरहट के साथ उप पुलिस अधीक्षक राजमणि त्रिपाठी सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। शव को फंदे से उतार कर मर्ग कायमी के बाद पीएम के लिये भेजा गया।
चौकी प्रभारी की फटकार के बाद लगाई फांसी
चौकी में मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो चौकी प्रभारी ने सुबह काम बांटने के लिए सभी पुलिसकर्मियों की मीटिंग की थी, इस दौरान इन्द्रबहादुर सिंह को किसी मामले को लेकर फटकार लगाई थी। मृतक प्रधान आरक्षक ने चौकी प्रभारी के फटकार के कारण फांसी लगाई या फिर पूर्व के किसी मामले को लेकर फांसी पर झूले? यह विवचेना के बाद ही पता चल सकेगा। इतना अवश्य है कि मीटिंग के बाद काफी देर तक जब मृतक नही दिखे तो चौकी प्रभारी ने एक आरक्षक को पता लगाने के लिये भेजा था। हालांकि मृतब के जेब में मोबाईल चालू हालत में रखा हुआ था, उससे यदि सम्पर्क किया जाता तो मामले का खुलासा पहले ही हो सकता था।
प्रधान आरक्षक ने चौकी के टायलेट में लगाई फांसी
अक्तूबर 26, 2014
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