रेलिक रिपोर्टर, रायसेन.
रायसेन अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में वृद्धजनों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कलेक्टर जेके जैन एवं सीईओ जिला पंचायत अनुराग चौधरी ने बुजुर्गो का पुष्पहार पहनाकर सम्मान किया।
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर रायसेन पॉलीटेक्निक कालेज में सम्मान
समारोह आयोजित
कलेक्टर जैन ने कहा कि हम आप में अपनी शक्ल देखते हैं क्योंकि व्यक्ति कितना ही साधन संपन्न क्यों न हो, उसे एक दिन बूढ़ा होना है। उन्होंने कहा कि समय नहीं गुजरता बल्कि हमारी उम्र गुजरती है। बुजुर्गो की सेवा से बड़ा कोई पुण्य नहीं है और बुजुर्गो के आर्शीवाद से बड़ा कोई वरदान नहीं है। जैन ने कहा कि प्रदेश सरकार भी बुजुर्गो के प्रति संवेदनशील है और उनके बच्चों द्वारा यदि भरण पोषण नहीं किया जाता तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चौधरी, सामाजिक न्याय विभाग की उपसंचालक श्रीमती प्रमिला वायकर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर एसडीएम उमराव सिंह मरावी, सीएमएचओ डॉ शशि ठाकुर भी उपस्थित थे। इस मौके पर मेडिकल कैंप लगाकर चेकअप के बाद दवाएं भी दी गई।
अंत में वृद्धावस्था पेंशन बनी सहारा
रायसेन निवासी पान बाई, लक्ष्मी बाई, मेवा बाई, रामसिंह तथा अजब सिंह ने बताया कि जब अपनों ने ही साथ छोड़ दिया तब सरकार की वृद्धावस्था पेंशन हमारा सहारा बनी। इस पेंशन से ही हमारे लिए दो वक्त की रोटी की व्यवस्था हुई। यह हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं।
काश ऐसा सम्मान घर के लोग करते
सरकारी अधिकारियों द्वारा सभी बुजुर्गो का पुष्पहार पहनाकर और दोनों हाथ जोड़कर सम्मान किया गया। सभी बुजुर्गो के लिए जलपान की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। इस सम्मान से अभिभूत होकर हरिलालए शांताबाई तथा रजियाबाई सहित कई बुजुर्गो ने कहा कि काश ऐसा सम्मान हमारे घर के लोग करते।
मैं तो कलेक्टर को आर्शीवाद देने आई
पार्वती बाई का कलेक्टर द्वारा माला पहनाकर सम्मान करने दौरान कुछ पलों तक कलेक्टर के सिर पर हाथ रखे रहीं। पार्वती बाई ने आर्शीवाद देने के बाद जाते हुए कहा कि, मैं तो सिर्फ कलेक्टर को आर्शीवाद देने आई थीं। एक पोते दीपेन्द्र ने अपनी दादी गौराबाई का माला पहनाकर सम्मान किया। दादी और पोते के इस प्रेम को देखकर सभी भावुक हो उठे।
बुजुर्गों के आर्शीवाद से नहीं है बड़ा कोई भी वरदान
अक्टूबर 01, 2014
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