रविन्द्र सिंह, भोपाल
प्रदेशभर में एड्स नियंत्रण के लिए रात दिन काम करने वाले कर्मचारियों को बीते 6 महीने से वेतन नहीं मिला मिला है। इससे बिफरे प्रदेशभर से आए कर्मचारियों ने बुधवार दोपहर एमपी सैक (मध्यप्रदेश एड्स नियंत्रण सोसायटी) के आफिस के सामने घंटो तक नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने सप्ताहभर में वेतन नहीं मिलने पर आमरण अनशन करेंगे।
-प्रदेशभर से आए कर्मचारियों ने एमपी सैक आफिस का घेराव
करते की नारेबाजी
-नाको से दो महीने पहले फंड मिलने के बाद भी नहीं दिया जा रहा है वेतन
एमपी सैक की टीआई (लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना) के तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों में 84 परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। इसमें काम करने वाले उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में काम करते हैं। यहां काम करने वाले कर्मचारियों को आखिरी बार मार्च में वेतन मिला था, तब से ही वेतन देने के बजाय टाल मटोल की जा रही है। हर महीने यही कहा जाता है कि, नाको (नेशनल एड्स कंट्रोल आॅर्गनाइजेशन) से ही फंड नहीं आया है। दूसरी ओर कर्मचारियों के परिवारों के सामने भूखों मरने की नौबत आ गई है। इसी के चलते कर्मचारियों ने बुधवार को एमपी सैक कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का कहना था कि, नाको से दो महीने पहले ही फंड आ चुका है, इसके बाद भी जानबूझकर वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में कई वर्करों के सामने परिवार को रोटी मुहैया करवाने की परेशानी खड़ी हो गई है। दूसरी ओर, एमपी सैक (मध्यप्रदेश एड्स नियंत्रण सोसायटी) का कहना है कि, अभी दो महीने और वेतन नहीं मिल सकेगा।
इस मौके पर संदीप तिवारी, रेवाराम कौशल, गब्बर विश्वकर्मा, विनोद दोहर, मासूम अली, गोपाल चोलकर, सुनील सिंह, नाजमा खान, मनोरमा सिंह, ऋ तु तिवारी, सरिता, पार्वती, शिवानी अग्रवाल, अनामिका तिवारी, सुरभि शर्मा, राधा साहू, स्वाति सिंह परिहार, हाबिल जोसफ, मुनेश पाल, विजय मिश्रा, जुबेर सैयद, संतोष कश्यप आदि ने अल्टीमेटम दिया है कि, अगर सप्ताहभर में उनको वेतन नहीं मिला तो एमपी सैक कार्यालय के सामने आमरण अनशन करेंगे।