जिले की सीमा पर बनने वाली बीना बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना क लिए राज्य शासन ने राहतगढ़ में कार्यालय खोला जाना मंजूर कर दिया है। जो ग्राम बेरखेड़ी में खोला जाएगा। यह कार्यालय मंडला जिले से शिफ्ट किया जा रहा है। बीना परियोजना का कामकाज अभी सिंचाई विभाग के सागर जिले के तहत केसली सब डिवीजन कार्यालय से संचालित हो रहा था। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक परियोजना का संभागीय कार्यालय राहतगढ के बेरखेड़ी गांव में खुल जाने से काम में तेजी आएगी।
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प्रोजेक्ट फाइल में दिया गया फोटो- बीना बांध ऐसा होगा |
रहा है राहतगढ़ में
संभागीय कार्यालय में फिलहाल एक कार्यपालन यंत्रह, दो सब डिवीजनल अधिकारी, दो एसडीओ पदस्थ किए जाएगें। अन्य स्टाफ में असिस्टेंट इंजीनियर, सब इंजीनियर एवं लिपिक को भी पदस्थ किया जाएगा। विभाग के एसडीओ जीके सिन्हा के अनुसार कार्यालय का प्रारम्भिक कामकाज केंद्रीय जल आयोग से विभिन्न प्रशासकीय मंजूरियां लेना, टेंडर बुलाना, विस्थापित ग्रामीणजनों के लिए आवास तैयार करना इत्यादि रहेगा।
क्या है बीना सिंचाई परियोजना
बीना बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी सिंचाई परियोजना है। राज्य शासन ने इसे 30 अक्टूबर 2010 को प्रशासकीय स्वीकृति दी थी। बीना और धसान नदी पर तैयार होने वाली इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य बीना, खुरई और कुरवाई क्षेत्र में सिंचाई का रकबा बढ़ाना है। इसके अलावा इस परियोजना के हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट के जरिए बुदेंलखंड में बिजली उत्पादन की शुरूआत करना है। विभागीय सूÞत्रों के मुताबिक परियोजना का पेपर वर्क पूरा हो चुका है, संभागीय कार्यालय खुलने के बाद मैदानी काम शुरू हो जाएगा।
मैदानी काम कब शुरू होगा फिलहाल तय नहीं
फिलहाल यह तय नहीं है कि परियोजना का मैदानी काम कब शुरू होगा। इसके उद्देश्य पहले से तय है, जैसे कि इस योजना के अस्तित्व में आने के बाद सागर और विदिशा जिले का सिंचाई रकबे में 97 हजार 747 हैक्टेयर की बढ़ोत्तरी होगी। वहीं इसके तीन बांध देहरा बांध, चकरपुर और मढ़िया से 32 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी होगा। बांध में 584 मैट्रिक टन मछली का पालन किया जा सकेगा।
एसएल जैन, चीफ इंजीनियर, सिंचाई विभाग, सागर