श्री कृष्ण के उपदेश पर वृन्दावन वासियों ने इन्द्र की पूजा न कर गोवर्धन की पूजा की तो इन्द्र महाराज नाराज हो गए और तेज वर्षा कर दी। जिसके कारण वृजवासियों की रक्षा के लिए श्री कृष्ण ने गोवरधन पर्वत उठा लिया और सभी बृज वासियों को पर्वत के नीचे बचाए रहे। श्री कृष्ण तब मात्र 7 वर्ष की उम्र के थे और वह सात दिन तक विशालकाय पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाए रहे और गांववालों की रक्षा की।
श्रीमद भागवत कथा वाचन करते लखनलाल |