पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम चाहते हैं कि, पहली तिमाही में ऊंची वृद्धि का श्रेय यूपीए सरकार को दिया जाना चाहिए। चिदंबरम ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने जो ऊंची वृद्धि दर हासिल की है, उसकी वजह पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं। ऐसे में राजनीतिक ईमानदारी दिखाते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को इस ऊंची वृद्धि का श्रेय संप्रग को देना ही चाहिए।
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पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम |
उन्होंने सवालिया लहजे में जानना चाहा कि, क्या मोदी सरकार एक भी ऐसा उपाय बता सकती है, जिसे 26 मई के बाद क्रियान्वित किया गया हो, जिसके नतीजे 30 जून तक मिले हों। मोदी सरकार के पास इसका जवाब नहीं है, क्योंकि पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के कामों का ही नतीजा है।
चिदम्बरम ने कहा कि, राजग को शिष्टता छोड़कर इसका श्रेय संप्रग को देना चाहिए। खनन, विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र के प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार से 2014-15 की पहली तिमाही में देश की वृद्धि दर ढाई साल के उच्च स्तर 5.7 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
चिदंबरम के अनुसार 5.7 प्रतिशत की वृद्धि दर पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के इस दृष्टिकोण की पुष्टि करती है कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में गिरावट 2013-14 के मध्य में थम गई थी और उसका यह अनुमान सही था कि 2014-15 की शुरूआत से अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ेगी। चिदंबरम ने दावा किया कि संप्रग सरकार ने विनिर्माण, बिजली और खनन क्षेत्रों को प्रोत्साहन के लिए कई कदम उठाए थे। इसके अलावा वित्तीय सेवा क्षेत्र में भी कई सुधार किए गए थे।