तकनीकी युग के प्रारम्भ के साथ ही ज्ञान की सीमाएं भी विस्तृत हो रही हैं। इसलिए निरन्तर ज्ञान प्राप्त करने के लिए सतत शिक्षा जैसी विचार धाराओं को जन्म मिला है। नवीन ज्ञान सूचनाओं और तकनीकी से स्वयं को जोड़े रखना आज की दुनिया में सफलता की आवश्यक शर्त है। यह विचार इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के लखनऊ क्षेत्रीय केन्द्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मनोरमा सिंह ने व्यक्त किए।
क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मनोरमा सिंह |
डॉ. मनोरमा सिंह ने एसएस कालेज
में इग्नू के छात्रों को सम्बोधित किया
डॉ. सिंह एस.एस. कालेज के इग्नू अध्ययन केन्द्र पर नवप्रवेषित विद्यार्थियों के परिचय सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त कर रही थीं। उन्होंने कहा कि देश में ज्ञान और सूचनाओं को अन्तिम छोर पर बैठे आदमी तक पहुँचाने के लिए इग्नू कृतसंकल्पित है। इसके साथ ही साथ महिलाओं की शिक्षा पर भी इग्नू विशेष ध्यान दे रहा है। इग्नू अपने संदेश बेटियों को पढ़ाओं और परिवार का गौरव बढ़ाओ के साथ दूर दराज के क्षेत्रों तक जनसम्पर्क कर रहा है।
विशिष्ट अतिथि सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ अंशुमान उपाध्याय ने कहा कि जीवन पर्यन्त शिक्षा के ध्येय पर चलने वाले इग्नू के पाठ्यक्रम में पाठ्यसामग्री ही छात्रों की प्रथम गुरु है। छात्र अपनी सुविधा, समय और स्थान के अनुसार अध्ययन कर सकता है। वह इग्नू द्वारा परीक्षा केन्द्र बनाये गये किसी भी परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा दे सकता है।
विशिष्ट अतिथि इग्नू के क्षत्रीय उपनिदेशक डॉ अमित कुमार श्रीवास्तव ने सत्रीय कार्य करने, इग्नू की परीक्षा प्रणाली, मूल्यांकन पद्यति तथा परीक्षा उपरान्त प्रदान की जा रही सुविधाओं जैसे पुर्नमूल्यांकन एवं उत्तर पुस्तिकाओं की छाया प्रतियां प्राप्त करने के बारे में बताते हुए कहा कि इग्नू के सम्बन्ध में सभी जानकारियां इंटरनेट पर उपलब्ध हैं।
अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ए के मिश्र ने कहा कि भविष्य में दूरस्थ शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम होगा जिसके द्वारा विद्यार्थी घर बैठे शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
इग्नू अध्ययन केन्द्र समन्वयक डॉ प्रभात शुक्ल ने कहा कि भारत को विश्व में अपनी प्रभावी भूमिका निभानी है तो दूरस्थ शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत डॉ. प्रभात शुक्ल तथा सह समन्वयक डॉ मीना शर्मा ने किया। इस अवसर पर इग्नू के विद्यार्थियों ने सरस्वती वन्दना तथा सवागत गीत प्रस्तुत किए। इस अवसर पर क्षेत्रीय निदेशक ने एस.एस. कालेज में शीघ्र ही नवीन पाठ्यक्रमों और डिप्लोमा प्रारम्भ किए जाने की जानकारी दी। परिचय सत्र में विद्यार्थियों से इग्नू तथा स्थानीय अध्ययन केन्द्र के सम्बन्ध में सुझाव भी प्राप्त किए गए। इनमें मुख्य रूप से गजराज मीना, पप्पू शुक्ला, अजीत कुमार यादव, ओम प्रकाश, अश्वनी कुमार आदि ने प्रतिपुष्टि प्रदान की। डॉ. प्रशान्त अग्निहोत्री के संचालन में में डॉ. विनीत श्रीवास्तव, डॉ. शैलजा मिश्रा, अरविन्द कुमार, राजेश कुमार, बलराम बाजपेई, सुषमा मेहरोत्रा आदि उपस्थित रहे।