बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट का नेशनल अवार्ड जीतने वाली सास बहू सीरियल का जाना पहचाना चेहरा और आज की तेलुगू फिल्मों की हाट और सक्सेस एक्ट्रेस श्वेता प्रसाद बासू को पुलिस ने देह व्यापार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। सीरियलों में कहानी घर घर की में श्रुति, करिश्मा का करिश्मा की स्वीटी और दी मैजिक मेकअप बाक्स की माया के रोल से घर घर में पहचानी जाने वाली श्वेता को मौजूदा दौर में तेलुगू फिल्मों की सैक्स बम कहा जाता है।
हैदराबाद पुलिस ने देह व्यापार से जुड़े एक हाईप्रोफाइल रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें तेलुगु फिल्मों की अभिनेत्री स्वेता वासू भी शामिल है। पुलिस कार्यबल ने तेलुगू अभिनेत्री की संलिप्तता वाले एक वेश्यावृति रैकेट का भंडाफोड़ कर एक दलाल को भी गिरफ्तार किया है, जो टॉलीवुड में सहायक निर्देशक है।
स्पेशल टास्क फोर्स के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त एन कोटि रेड्डी ने मीडिया को बताया कि भरोसेमंद सूचना पर आयुक्त कार्यबल (पश्चिम क्षेत्र) की टीम ने हैदराबाद के महंगे इलाकों में शुमार बंजारा हिल्स के एक होटल में जाल बिछाया। यहीं से अभिनेत्री श्वेता और आयोजक बालू को पकड़ा गया, जो कथित रूप से देह व्यापार में शामिल थे।
रेड्डी के अनुसार टॉलीवुड में थोड़े समय तक सहायक निर्देशक का काम करने वाले बालू ने पुलिस के नकली ग्राहक से अभिनेत्री की तरफ से एक लाख रुपये में सौदा तय किया। इसमें से 15,000 रुपये बालू ने अपनी दलाली के बदले में रखे, जबकि बाकी पैसे अभिनेत्री को पहुंचाए गए। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अभिनेत्री को सुधार गृह भेजकर बालू को हिरासत में ले लिया।
बड़ों की मनमानी के विरोध की सजा
दूसरी ओर, यह भी कहा जा रहा है कि, श्वेता को फंसाया गया है। कई बडे निर्माता और दक्षिण के स्टार चाहते थे कि श्वेता उनके हिसाब से चले। श्वेता ने शुरुआत में समझौते किए, लेकिन बाद में फिल्मों में कामयाबी के बाद अपने एक घंटे के एक लाख रुपए लेने शुरु कर दिए। यही से झगडा शुरु हो गया। कई पुराने मददगार इससे नाराज हो गए और पुलिस से मिलकर देह व्यापार का जाल बुना गया। इसके अलावा संभावना यह भी सामने आई है कि पूर्व से दक्षिण की फिल्मों में नाम और दाम कमाने वाली दो हीरोइनों ने अपने भाव गिरने और फिल्मों से निकाले जाकर श्वेता को लिए जाने का बदला चुकाया है।
मकड़ी की चुन्नी मुन्नी से शुरुआत
बिहारी पिता और बंगाली मां की संतान श्वेता का जन्म जमशेदपुर में 1991 में हुआ। उसके कैरियर की शुरुआत चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर 2002 में विशाल भारद्वाज की मकड़ी फिल्म से हुई, जिसमें चुन्नी मुन्नी का यादगार रोल किया। इसी के लिए श्वेता को बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट का नेशनल अवार्ड मिला। इसके बाद श्वेता ने 2005 में इकबाल फिल्म में खदीजा का दमदार रोल किया, जिसके लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टेस के लिए उसको नामीनेट किया गया था। खास यही कि, इसी रोल के लिए कराची इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टेस का अवार्ड मिला। इसी साल वाह लाइफ हो तो ऐसी में भी आई। इसके बाद 2006 में रामगोपाल वर्मा की डरना जरुरी में आशु का रोल किया।
तेलुगू की पहली ही फिल्म से सुपर हिट
कामयाबी के लिए समझौता करने की खासियत के चलते श्वेता को जल्द ही तेलुगू में वरुण संदेश के साथ फिल्म कोथा बंगारु लोकम मिली, जोकि बिग हिट रही। इसके स्वपना विश्वनाथ के रोल के लिए फिल्म फेयर का बेस्ट तेलुगू अभिनेत्री का खिताब भी मिला। इसके बाद तो साउथ सेक्स बम बन कर छा गई।