रेलिक रिपोर्टर, शाहजहांपुर.
तिलहर
में नकली शराब का सबसे बड़ा स्टाक मिला है। पुलिस ने अल्कोहल उतार रहे चार
टैंकरों को पकड़ा, जिनमें भरी शराब की कीमत 12 करोड़ रुपया आंकी गई है। इस
सूचना से पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई। एएसपी ग्रामीण आशाराम यादव व जिला
आबकारी अधिकारी सतीश चंद्र मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने दो लोगों को भी
पकड़ा है, जबकि बाकी फरार हो गए। पूरे प्रकरण में थाने के एक दरोगा की
संलिप्तता उजागर हुई है।
एडीशनल एसपी एवं जिला आबकारी अधिकारी मौके पर पहुंचे
एक दरोगा की मिलीभगत से चल रहा था अल्कोहल चोरी का धंधा
दरोगा समेत 17 के खिलाफ एफआईआर दर्ज, पांच हो गए फरार
रात
करीब ढाई बजे तिलहर कोतवाल रूम सिंह यादव को मुखबिर से सूचना मिली कि सरऊ
पुलिया के पास शिव शक्ति पेट्रोल पंप और पंडित ढाबा के बीच चार टैंकरों से
अल्कोहल उतारा जा रहा है। सूचना पाते ही रूम सिंह यादव पुलिस फोर्स के साथ
मौके पर पहुंच गए। पुलिस को देखते ही टैंकरों के चालक, हेल्पर व अल्कोहल
निकाल रहे लोग भागने लगे। पुलिस ने इनमें से दो को दौड़ाकर पकड़ लिया। बाकी
अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए।
इसकी
सूचना तुरंत आला अफसरों को दी गई। सूचना पाकर एएसपी ग्रामीण व जिला आबकारी
अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एएसपी व जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि मौके
से 40-40 लीटर की 27 केन मिली हैं। इसके अलावा टैंकरों से शराब निकालने का
पाइप व अल्कोहल की माप लेने वाले दो मीटर मिले हैं। तीन टैंकरों की सील भी
टूटी हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि अल्कोहल की तीव्रता 94.6 है। जबकि
शराब बनाने के लिए इसकी तीव्रता मात्र 42 चाहिए होती है। अधिकारियों ने
बताया कि चारो टैंकरों में करीब 12 करोड़ की एल्कोहल है। यह टैंकर रामपुर
डिस्टलरी से रोजा मैकडावल के लिए जा रहे थे। रास्ते में चालक टैंकरों से
अल्कोहल बेच रहे थे। पकड़े गए दोनों लोगों में एक नाम पप्पू है जो हापुड़
का रहने वाला है और दूसरे का नाम जावेद है, जो गजरौला का रहने वाला बताया
गया है।
दरोगा समेत 17 पर एफआइआर, पांच अज्ञात
12
करोड़ की एल्कोहल बरामदगी के मामले में कोतवाल रूम सिंह यादव की ओर से 17
लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इनमें 12 नामजद व पांच अज्ञात
हैं, जिनमें थाने का दरोगा सत्येंद्र सिंह चौहान भी है। नामजद अभियुक्तों
में चारो टैंकरों के मालिक वसीम अख्तर निवासी रमजान बाजार मेरठ, ताहिर अली
खेखड़ा वागपत, नसीम अख्तर मथुरा रोड फरीदाबाद तथा नीरज पाली फरीदाबाद का है।
इसके अलावा चारो टैंकरों के चालक जिनमें हारून व शाहमत के निवास का पता
ज्ञात नहीं हो पाया। बाकी दोनों चालकों में अजीम व सलीम अमरोहा के हैं।
इनके अलावा हेल्पर आस मोहम्मद मछुरई हसनपुर गजरौला का है। यह 10 अभियुक्त
और पांच अज्ञात फरार हैं। दो हेल्पर पप्पू हापुड़ व जावेद गजरौला पकड़ लिए गए
हैं। कोतवाल ने बताया कि चारो टैंकर इंडियन ट्रांसपोर्ट मेरठ के हैं।
चार टैंकरों से उतारी जा रही 12 करोड़ की एल्कोहल पकड़ाई
सितंबर 07, 2014
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