रेलिक रिपोर्टर, बेगमगंज, रायसेन.
दलितों पर दबंगों के अत्याचार थमने के बजाय बढ़ते जा रहे हैं। दलितों से सरेआम मारपीट की जाती है और बाद में राजीनामा करने का दबाव डाला जाता है, जिससे इन्कार करने पर झूठे आपराधिक मामले कायम करवा दिए जाते हैं। इसके खिलाफ अब गांववालों ने लामबंद होकर फर्जी मामलों की कायमी बंद करने की मांग बुलंद की है।
पुरानी रंजिश का बदला चुकाने गोली मारने का झूठा केस दर्ज कराया
पुराने आपराधिक मामले में राजीनामा नहीं करने पर लगाए गए आरोप
बेगमगंज के पास बीते दिनों हुए फर्जी गोली काण्ड की जांच कराने दर्जनभर किसान और मजदूर एसडीओपी बेगमगंज के पास पहुँचे। ग्रामीणों ने बताया कि जिन लोगों के ऊपर प्रकरण दर्ज किया गया है, बेकसूर हैं। गांववालों ने बताया कि जिस समय यह घटना घटित हुई उस समय कथित आरोपी गांव में ही मौजूद थे। वह तो गांव में ही कीटनाशक का छिड़काव कर रहे थे। यह मामला पुरानी रंजिश को लेकर झूठा बनवाया गया। एसपी रायसेन को दिये आवेदन में भगवती बाई पत्नि सुन्दर लाल, कौशल्या बाई पत्नि उदयभान, शारदा बाई पत्नि गोवर्धन निवासी रजौली ने लिखा है कि देशराज लोधी से पुरानी रंजिश चल रही है। यह मामला सागर न्यायालय में विचाराधीन है। उस प्रकरण में राजीनामा के लिए देशराज लोधी एवं उनके परिवार वाले दबाव डाल रहे थे, जिससे मना करने पर गोली चलाने की झूठी रिपोर्ट कर दी।
क्या है मामला
बीस अगस्त को शाम लगभग चार-पांच बजे के बीच नगर के बेरखेड़ी बरामद गढ़ी मार्ग पर ग्राम रजोली पुलिस थाना राहतगढ़ निवासी देशराज लोधी के ऊपर कट्टा से हमला किये जाने की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। फरियादी बैजनाथ एवं देशराज लोधी ने इस घटना को पुरानी रंजिश बताते हुए मकान संबंधी विवाद बताया था और मोटर सायकिल में टक्कर मारकर गोली मारने रिपोर्ट दर्ज करायी थी।
बचाव में उतरे ग्रामीण
इसी के विरोध में ग्राम रजोली के ग्रामीणों ने एसडीओपी गिरीश बोहरे, थाना प्रभारी अरविन्द रघुवंशी के पास पहुँचे और मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। साथ ही बताया कि यह लोग घटना दिनांक को गांव में ही मौजूद थे, इन्हें पुरानी रंजिश से फंसाया जा रहा है। इस मामले को लेकर एसडीओपी गिरीश बोहरे ने गांव के लोगों को भरोसा दिलाया कि निष्पक्ष जांच होगी। किसी निर्दोष को झूठा नही फंसाया जायेगा।
गोली काण्ड की निष्पक्ष जांच कराने गांववाले लामबंद
अगस्त 23, 2014
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