शमिन्दर सिंह, शाहजहांपुर.
इस दौर में गांवों में पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे तालिबानी पंचायतें चल रही हैं। बीते दिवस प्रेमी द्वारा मारपीट किए जाने के कारण अपने पति के घर पहुंची महिला को पंचायत ने गांव में नहीं रहने का फैसला सुना दिया। महिला एक सिख फार्मर के यहां शरण लेने पहुंची तो वहां उसके प्रेमी ने उसे गोली मार दी। पेट में गोली लगने के कारण वह जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
तालिबानी पंचायत के फरमान से जिन्दगी और मौत के बीच झूल रही महिला गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती
विद्यावती (50) थाना खुटार के ग्राम महमदपुर सैजनिया निवासी रूदल की पत्नी है। पांच बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटे और दो बेटियां हैं। एक बेटे और एक बेटी की शादी हो चुकी है। करीब एक महीना पहले पड़ोसी गांव नौरंगाबाद निवासी जगदीश विद्यावती को बहला फुसला कर भगा ले गया। बाद में वह विद्यावती से मारपीट करने लगा। करीब छह दिन पहले विद्यावती उसे छोड़कर अपने पति व बच्चों के पास आ गई। पति व बच्चों को इस बात से कोई गुरेज नहीं थी। लेकिन गांव में चकचक शुरू हो गई। इसके बाद बुधवार सुबह आठ बजे गांव में पंचायत बैठी। पंचायत के मुखिया बने गांव के विनाचल, सतीश चंद्र, शंकर आदि। चार घंटा पंचायत चली और फैसला सुनाया गया कि विद्यावती इस गांव में अब नहीं रह सकती। उसे तत्काल गांव निकाला सुना दिया गया। पंचों की राय थी कि विद्यावती अगर गांव में रही तो इससे दूसरी औरतों पर बुरा असर पड़ेगा।
शाम को विद्यावती गांव छोड़कर चली गई। उसने रघुनाथपुर में सरदार जोगिंदर सिंह के झाले पर शरण ली। शाम करीब साढ़े छह बजे वह झाले पर पहुंची ही थी कि पीछे से उसका प्रेमी जगदीश आ गया। जगदीश ने गालियां देते हुए उस पर तमंचे से फायर कर दिया। गोली उसके पेट में लगी और वह चीख कर गिर पड़ी। घटना के बाद जगदीश फरार हो गया।
पंचायत के फरमान से हुई गांव निकासी, प्रेमी ने भी मारी गोली
अगस्त 21, 2014
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