कर्मचारियों को प्रताड़ित करने और बीएसएनएल को बर्बाद करने के विरोध में बीएसएनएलईयू (एंप्लाइज यूनियन) ने नारेबाजी करते हुए अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरु कर दिया। यूनियन ने अल्टीमेटम दिया है कि, समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया तो प्रदेशव्यापी आंदोलन होगा।
बीएसएनएल को बचाने कर्मचारियों ने किया उग्र प्रदर्शन |
बर्बादी के खिलाफ
आंदोलन शुरु
यूनियन के सचिव सलामत अली और सहसचिव महेश रायकवार की अगुवाई में मंगलवार को लंच टाइम में न्यू मार्केट स्थित बीएसएनएल आफिस के सामने कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी।
इस मौके पर इस मौके पर जिलाध्यक्ष राशिद अली, कोषाध्यक्ष सीताराम विश्वकर्मा, सुश्री महिमा यादव, एबी टिग्गा, श्रीमती सदरुनिसा, एमके शुक्ला, शहाबुद्दीन, सिराज, ओम श्रीवास्तव, एसके लाडे, बाबा मुंजेवार, एसआर श्रीवास्तव, मुजफ्फर अहमद, राज्यलक्ष्मी अय्यर, बीएम पवार, सीताराम श्रीवास्तव, तौफीक खान, अहसान अली, ओम श्रीवास्तव, गयास अहमद, मोहम्मद मुन्ना खान, सिराज खान और मतलूब खान आदि थे।
यूनियन का कहना है कि, इससे पहले प्रबंधन को 13 अगस्त को 31 सूत्री एजेंडा सौंपते हुए समस्याओं के निराकरण नहीं होने पर 16 अगस्त से आंदोलन शुरु करने का अल्टीमेटम दिया था। बावजूद प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया और कर्मचारियों को प्रताड़ित करने, मनमानी ट्रांसफर और सर्विस रिकॉर्ड संधारण में गड़बड़ियां बंद नहीं हो रही हैं। निजी कंपनियों से मुकाबला होने के बाद भी चंद अधिकारी बीएसएनएल को नुकसान पहुंचाने वाले काम कर रहे हैं।
यूनियन का कहना है कि, अधिकारियों के इशारे पर सीधे-सादे परिश्रमी कर्मचारियों को तंग किया जा रहा है। इसके अलावा भवन मरम्मत, सफाई, सुरक्षा आदि को लेकर भी खुलासा करते हुए बताया गया है कि, काटजू अस्पताल तक की गंदगी जीएमटीडी परिसर में भर जाती है। भवन के आस पास गंदगी का अंबार लगा है, जिससे कर्मचारी बीमार पड़ते हैं।