मदनापुर थाना क्षेत्र के नहरोसा गांव के पवन हत्याकांड का क्राइम ब्रांच टीम ने खुलासा कर दिया है। पवन की हत्या उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी से कराई थी। प्रेमी ने अपने कर्जदार दोस्त की मदद से खून किया था। क्राइम ब्रांच ने यह केस काल डिटेल की मदद से खोला है। कातिल प्रेमी फरार फरार है, जबकि पत्नी और कातिल का दोस्त अरेस्ट कर लिया गया है। दोनों ने जुर्म कबूल लिया है और अब पुलिस को मुख्य अभियुक्त की तलाश है। इस मामले में पवन के पिता ने उसकी पत्नी, सुसर व साले के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया था। ससुर व साले को पुलिस ने निर्दोष पाया है।
पत्नी रेखा और कातिल प्रेमी का दोस्त राजू |
बता दें कि 3 अगस्त की शाम थाना मदनापुर के ग्राम नहरोसा निवासी कृष्णपाल सिंह के पुत्र पवन सिंह (18) की ढुकरी गांव के पास सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस शाम वह बाइक द्वारा अपनी पत्नी रेखा के बुलाने पर अपनी ससुराल मदनापुर थाना क्षेत्र के ही ग्राम ढुकरी जा रहा था। इसी 21 जून को ढुकरी खुर्द गांव निवासी ध्रुव सिंह की बेटी रेखा के साथ उसकी शादी हुई थी। इस घटना में पवन के पिता कृष्णपाल ने पवन की पत्नी रेखा, ससुर धु्रव सिंह व साले सोनपाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने रेखा को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन घटना के बारे में कुछ खास हासिल नहीं हुआ। जिस पर एसपी ने मामला क्राइम ब्रांच को दे दिया।
सीओ सदर विजय शंकर मिश्रा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की इंटेलीजेंस विंग जुट गई। सबसे पहले रेखा के मोबाइल की काल डिटेल निकाली तो पड़ोसी धर्मेंद्र के साथ उसकी लंबी बातचीतें पाई गईं। घटना वाले दिन भी उसकी कई बार उससे बात हुई थी। छानबीन करने पर पता चला कि धर्मेंद्र का जिगरी दोस्त राजू पड़ोस गांव लस्कर में रहता है। घटना वाली शाम दोनों को साथ साथ देखा गया। धर्मेंद्र तभी से छिपा छिपा घूम रहा है। इस आधार पर क्राइम ब्रांच टीम ने रेखा और राजू को उठा लिया। क्राइम ब्रांच टीम ने सारे साक्ष्य सामने रखकर दोनों से पूछताछ की तो राजू और रेखा ने जुर्म कबूल लिया।
रेखा ने बताया कि धर्मेंद्र उसका प्रेमी है और उसी के कहने पर धर्मेंद्र ने उसके पति का कत्ल किया। शादी के बाद रेखा अपनी ससुराल सिर्फ सात दिन ही रूकी थी और इसके बाद से लगातार मायके में थी। मायके वालों ने मर्जी के खिलाफ रेखा की शादी पवन से कर दी थी। पवन को रास्ते से हटाकर वह हमेशा के लिए धर्मेंद्र की होना चाहती थी।
राजू की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया है। राजू ने सिर्फ इस वजह से धर्मेंद्र का पवन की हत्या में साथ दिया क्योंकि वह धर्मेंद्र का कर्जदार था। धर्मेंद्र का राजू पर करीब 60 हजार रुपया उधार था। इसी के दबाव में धर्मेंद्र ने राजू को अपने साथ कर लिया। पकड़े जाने के बाद राजू ने क्राइम ब्रांच की टीम के सामने इसका खुलासा किया।