रेलिक रिपोर्टर, बेगमगंज, रायसेन.
ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी धन से होने वाले विकास कार्य अधिकतर कागजों में ही पूर्ण बताकर लाखों रुपए हड़पे जा रहे हैं। इसका खुलासा अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व डीके सिंह के औचक निरीक्षण में सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। कोशिश हो रही है कि, भ्रष्ट इंजीनियरों, अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ जनप्रतिनिधियों को जेल जाने से बचाया जा सके।
एसडीएम ने पूछा तो नहीं बता पाई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 20 और 17 का जोड़
निरीक्षण के दौरान मध्यान्ह भोजन और स्कूलों में मिली अनियमितताएं
एसडीएम सिंह ने तहसील के कई ग्रामों का दौरा कर स्कूलों एवं आंगनबाड़ियों का निरीक्षण किया, जहां पर अनियमितताएं पाई जाने पर संबंधितों के खिलाफ कार्यवाही की गई। ग्राम खामखेड़ा, खिरेंटी, ककरुआ गुलाब, रमपुरा आदि में आंगनबाड़ियों एवं स्कूलों का निरीक्षण करने पर सरकार की एक भी योजना ठीक ढंग से संचालित नहीं मिली। योजनाओं का क्रियान्वयन कर्मचारियों द्वारा अपने निजी फायदे के लिए किया जाता मिला।
स्कूल से गायब मिले शिक्षक
ग्राम खामखेड़ा की प्राथमिक स्कूल के एक शिक्षक गायब मिले, हालांकि हाजिरी रजिस्टर में उनकी उपस्थिती भरी थी। ग्राम खिरेंटी, ककरूआ में भी एक-एक शिक्षक ही उपस्थित मिले और बाकी गायब थे। ग्राम रमपुरा में मिडिल स्कूल में एक ही शिक्षक पदस्थ है जहां पर प्राथमिक शाला में 75 में से 48 बच्चे मिले। इसी तरह माध्यमिक में 133 में से 55 बच्चे ही मिले। सभी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन निर्धारित मीनू के अनुसार वितरण नहीं किया जाता है।
स्कूल में मिले वाहन
ग्राम रमपुरा की माध्यमिक शाला के अतिरिक्त कक्ष में शिक्षकों के साथ ही गांव के दबंग लोगों के वाहन रखे हुए मिले। सभी ग्रामों में स्कूलों में मंगलवार को आयरन की गोलिया बांटना चाहिए, लेकिन वह नहीं बांटी जाती है। रमपुरा के माध्यमिक शाला भवन का 2003 में निर्माण कराया गया था, जो घटिया निर्माण कार्य के चलते अब जर्जर हो चुका है और कभी भी गिर सकता है।
बच्चों को नही मिलता भोजन
ग्राम खामखेडा, खिरेंटी, ककरूआ गुलाब, रमपुरा आदि ग्रामों की आंगनबाड़ियों में बच्चों को नाश्ता नहीं बांटा जाता है। पोषण आहार, खेल खिलौने नहीं दिया जाता है। आंगनबाड़ियों में किसी प्रकार का रिकार्ड नहीं मिला। ग्राम रमपुरा की स्व सहायता समूह की अध्यक्ष छबिरानी ने एसडीएम को बताया कि सिर्फ गेंहू और चावल के अलावा अन्य सामग्री नहीं मिलती है। निरीक्षण के दौरान ककरु आ गुलाब की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता डेÑस में नहीं मिली, वहीं कार्यकर्ता से एसडीएम के द्वारा जोड़ पूछा कि 17 और 20 कितने होते है, तो वह जबाब नहीं दे सकी। खामखेड़ा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि बच्चों को मिलने वाले भोजन का सामान स्व सहायता समूह के अध्यक्ष स्कूल में देने के बजाय अपने ही घर में रखते हैं और खा जाते हैं। ग्राम ककरूआ गुलाब में इंद्रा आवास योजना के अंतर्गत ग्राम निवासी मोहन सिंह पिता बलवंत सिंह के द्वारा अवैधानिक रूप से राशि की मांग की जा रही है। एसडीएम डीके सिंह ने आवास का निरीक्षण किया तो मोहन सिंह ने अपने घर में मात्र चार खम्बों का निर्माण कराया है और 45000 की रशि की मांग कर रहा है। चौंकाने वाला खुलासा यह भी हुआ कि, पूर्व में इसी जर्जर और अधबने आवास का निरीक्षण उपयंत्री योगेन्द्र पचौरिया एवं एडीओ प्रभु टोप्पो ने करके सब कुछ सही ठहरा दिया था।
लापरवाहों के खिलाफ होगी कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान मिली अनियमिताओं को लेकर संबंधित विभाग अधिकारियों को कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन भी जिलाधीश को भेजा जा चुका है।
डीके सिंह, एसडीएम, सब डिवीजन बेगमगंज
सिर्फ 4 खंबों पर खडे खंडहर को बिल्डिंग बता आए थे इंजीनियर
अगस्त 23, 2014
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