शमिन्दर सिंह, शाहजहांपुर.
बीती आधी रात के बाद तूफान के साथ आयी मौत जुड़वां दुधमुंहें सगे भाईयों की जिंदगिया छीन ले गई। अथक प्रयासों के बाद भी माता पिता अपने बच्चों को बचा नहीं पाये।
थाना खुदागंज के ग्राम भरतापुर निवासी अजयपाल पुत्र लालता प्रसाद रात को अपनी बीबी बच्चों के साथ कमरे में सोये थे। एक माह पहले ही उनके जुड़वां पुत्रों का जन्म हुआ था, जिनका नाम राम और लक्ष्मण रखा गया था। बीती रात करीब दो बजे काले बादलों के साथ तूफानी हवाओं के एक साथ आ जाने से अजय पाल की आंख खुल गयी। छत पर भारी मात्रा में मसूर फैलाई हुई थी, उसे बोरों में भरने छत पर पहुंच गया और मदद के लिये उसने अपनी पत्नी को भी बुला लिया। दोनो पति पत्नी बच्चों को कमरे में छोड़ कर मसूर भरने लगे। इसी बीच नीचे कमरे से तेज रोशनी देख कर दोनो पति पत्नी नीचे दौड़कर आए तो देखा नीचे कमरे में आग लगी हुई थी। अपने दुधमुहे बच्चों को बचाने के लिये दोनो ने कई तरह से प्रयास किया किसी तरह उस भयंकर आग में घुसकर अजय पाल अपने दोनो बच्चों को बगल में दबाकर बाहर निकाल लाया। मगर तब तक बच्चे पूरी तरह जल चुके थे, वहीं ग्रामीणों ने भी आग पर काबू पाने लिये पानी डाला। घायल अवस्था में इन दोनो बच्चों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरो ने दोनो को मृत घोषित कर दिया। पुत्रों की मौत से अजय पाल वहीं गिरकर बेहोश हो गया। वह रो रोकर कह रहा था कि रात तूफान नहीं मौत आयी थी। जो मेरे बच्चों को मुझ से छीन कर ले गयी।
आंधी तूफान से लगी आग में जुड़वा दुधमुहें बच्चों की मौत
अप्रैल 03, 2013
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